महाठग की कुंडली खंगालने SIT ले गई देहरादून, अलग नाम से तीन पासपोर्ट, कई शहरों से बनी है ID
कानपुर, अमृत विचार। 1500 करोड़ से ज्यादा ठगी करने वाला इंटरनेशनल ठग रवींद्र नाथ सोनी से राज खुलवाने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। ठगी की रकम से तैयार प्रॉपर्टी का पता लगाने रिमांड के दूसरे दिन एसआईटी उसे लेकर देहरादून रवाना हुई है। जहां सोनी की कुंडली खंगालने का प्लान है।
वहीं रिमांड के दौरान पुलिस को उसकी जालसाजी भी सामने आई। महाठग ने अलग-अलग नाम से तीन पासपोर्ट बनवाए हैं। कानपुर, दिल्ली, अलीगढ़ ही नहीं कई शहरों से उसकी आईडी बनी है। एक आईडी में आरएन सोनी तो दूसरी में रविंद्र नाथ सोनी लिखा है। उसके पासपोर्ट भी अलग-अलग हैं। जिससे वह विभिन्न देशों में भ्रमण कर ठगी करता है।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि रवींद्र ने ठगी की रकम देहरादून व एनसीआर समेत अनेकों स्थान पर निवेश किया है। संपत्ति की जानकारी के लिए एसआईटी की टेक्निकल टीम रवींद्र से जुड़े दस्तावेज खंगाल रही है। एसआईटी सूत्रों की माने तो रवींद्र ने रकम जिन खातों में भेजे इसकी जानकारी वह नहीं दे रहा है।
टेक्निकल टीम पता लगाने के लिए साइबर स्पेशलिस्ट की मदद ले रही है। एसआईटी की माने तो गुरमीत के अलावा उसके गैंग में नाम तो बहुत हैं, लेकिन वह मुंह नहीं खोल रहा है। पूछताछ में रवींद्र ने पुलिस को बताया कि जब उसे जानकारी हुई कि दुबई पुलिस उसे पकड़ने वाली है तो मार्च 2024 को वह भारत आया।
पहली रिपोर्ट 42.29 लाख की ठगी की हुई
रवींद्र नाथ सोनी ने ब्याज का लालच देकर लोगों से ठगी की है। कोतवाली में उसके खिलाफ अब तक पांच रिपोर्ट हो चुकी हैं। जिनकी जांच चल रही है। उसके खिलाफ पहली रिपोर्ट 42.29 लाख रुपये की ठगी की हुई। उसकी कड़ियां खंगालने पर ठगी के मामले खुले। एसीपी कोतवाली आशुतोष सिंह ने बताया कि रवींद्र दुबई से ओमान के रास्ते भारत आया और दिल्ली में कुछ दिन रहने के बाद देहरादून में था। उसकी संपत्तियां गुरुग्राम, नोएडा, मेरठ, दिल्ली में हैं। रियल स्टेट में भी रकम लगाने की जानकारी है।
कचौड़ी बेचकर किसी तरह परिवार पाला
पुलिस पूछताछ में रवींद्र ने बताया कि दुबई, दिल्ली व देहरादून में उसकी कोई प्रापर्टी नहीं है। उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। देहरादून में कचौड़ी का आउटलेट लगाकर किसी तरह परिवार पाल रहा था। पहली पत्नी को तलाक देने पर 25 लाख रुपये और गुड़गांव में 90 लाख का फ्लैट दिया था। कंपनी में उसके साझीदारों ने धोखा दिया। उसका ठगी से कोई वास्ता नहीं है।
1.20 करोड़ की ठगी के दो और मामले दर्ज
ठगी में कोतवाली पुलिस ने दो और रिपोर्ट दर्ज की है। दोनों शिकायतकर्ता एनआरआई है और यूएई के शारजाह में रहते हैं। एक से 85 लाख तो दूसरे 35 लाख की ठगी की गई। पुलिस ने दोनों मामलों की जांच शुरू की है। न्यू मुंबई निवासी विशाल सिंह ने रवींद्र नाथ सोनी, गुरनीत कौर, शाश्वत सिंह, दरवेश मोहम्मद कैसी और विभाष त्रिवेदी के खिलाफ आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ब्लूचिप कंपनी में वह 84.90 लाख का निवेश कर चुके हैं। अब ऑफिस बंद पड़ा है और कर्मचारी गायब हैं। कोतवाली थाना प्रभारी जगदीश पांडेय ने बताया कि विवेचना की जा रही है।
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सोर्स : कार्यालय संवाददाता
