यूपी विधानसभा ने किसान नेता चरण सिंह को उनकी जयंती पर किया याद, अर्पित की श्रद्धांजलि

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन संपूर्ण सदन ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ चौधरी चरण सिंह को उनकी जयंती पर याद किया और उनके कार्यों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने किसानों के हित में उल्लेखनीय कार्य किया। 

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विधानसभा में शून्यकाल में चौधरी चरण सिंह की जयंती पर उन्हें स्मरण करते हुए कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री चौधरी चरण सिंह की आज जयंती है। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने राज्य के मुख्‍यमंत्री, कृषि व राजस्व मंत्री के रूप में किसानों के हित में उल्लेखनीय कार्य किया। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह की सरकार में उनके जन्मदिन को किसान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था। 

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के सपूत चौधरी चरण सिंह को भारत का सर्वोच्‍च सम्‍मान ‘भारत रत्न’ वर्ष 2024 में दिया। उन्होंने कहा, ‘‘योगी सरकार ने उनकी स्मृतियों को चिरकाल तक स्मरणीय बनाये रखने के लिए 23 दिसंबर 2025 को भारत रत्न चौधरी चरण सिंह सीड पार्क को शुरू किया है, जिससे राज्य के अन्‍नदाता किसान को उत्‍कृष्‍ट बीज सुलभ हो सके और किसान बीज दाता किसान बनकर चौधरी साहब के सपनों को साकार कर सकें।’’ 

शाही ने कहा, ‘‘वर्तमान में सत्र चल रहा है इसलिए चरण सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए अपना वक्‍तव्‍य दे रहा हूं।’’ उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने पटवारी और जमींदारी प्रथा समाप्त करके किसानों को अपने खेत का मालिक बनाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि व्यापारी और बिचौलियों द्वारा किसानों का शोषण बंद करने के लिए मंडी की स्थापना के लिए उनको सदैव याद किया जाएगा। 

शाही ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के रूप में सरल और सादगी के प्रतीक चरण सिंह ने हर वर्ग के हित में काम किया। सामाजिक सुधारों के लिए देश सदैव उनका कृतज्ञ रहेगा।’’ उन्होंने चरण सिंह को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए कहा, ‘‘ आज चौधरी साहब का जन्मदिन है और मुझे उनके निकट रहने का अवसर मिला है।’’ 

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में किसानों की बात करने सबसे पहले चौधरी चरण सिंह आगे आये और काफी संघर्ष किया। पांडेय ने कहा कि जब वे उत्तर प्रदेश के राजस्व मंत्री थे तो उन्होंने जमींदारी उन्मूलन किया और छोटे किसानों को उनकी भूमि पर स्‍वामित्‍व दिया। उन्होंने कहा कि जब पूरे देश में नक्सली आंदोलन चल रहा था, तब उत्तर प्रदेश में चौधरी चरण सिंह की नीतियों के कारण शांति व्यवस्था थी। 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में किसानों के बीच खेतों को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ तो उसका सारा श्रेय चौधरी चरण सिंह को जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘चौधरी साहब ने दबे, कुचले, पीड़ित को राजनीति में लाकर उनको आवाज दी।’’ इसके पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के कमाल अख्‍तर और पंकज मलिक समेत कई सदस्यों ने चौधरी चरण सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा की। 

सपा के ही अतुल प्रधान ने कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों और कमेरों की आवाज थे और ‘‘उनका जीवन हम सबके लिए एक उदाहरण है, ना केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरी दुनिया में उनके अनुयायी हैं।’’ कांग्रेस की आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि चौधरी चरण सिंह का व्यक्तित्व बहुत विशाल था और स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी सक्रिय भागीदारी रही और उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री रहते हुए उन्होंने भूमि सुधार कानून लाकर किसानों के हक में निर्णायक भूमिका निभायी। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि पूरा सदन चौधरी चरण सिंह के प्रति सम्मान व्यक्त करता है।  

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