किसान दिवस : राजभवन में राज्यपाल ने मोती की खेती परियोजना का किया शुभारंभ, कहा- किसानों की समृद्धि से है देश की प्रगति
लखनऊ। किसान दिवस पर मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन परिसर में मोती की खेती (पर्ल फार्मिंग) परियोजना का तालाब में सीप अवतरण कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के समस्त किसानों को किसान दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
राज्यपाल ने कहा कि देश की प्रगति किसानों की समृद्धि से जुड़ी है और कृषि क्षेत्र में नवाचार ही किसानों की आय बढ़ाने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने परियोजना स्थल पर कृषि-केंद्रित कंपनी मणि एग्रो हब प्राइवेट लिमिटेड, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रदर्शित मोती के सीप की सर्जरी प्रक्रिया का अवलोकन किया और इसे एक उपयोगी व लाभकारी नवाचार बताया।
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उन्होंने कहा कि ऐसी पहलें किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए आजीविका के नए अवसर सृजित करती हैं। राज्यपाल ने जनपद बलिया के प्रगतिशील किसान श्री जे.पी. पांडेय की प्रेरक सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि वैज्ञानिक तरीके से पशुपालन, मूल्य संवर्धन और स्थानीय बाजार के विकास से किसान आत्मनिर्भर बन सकता है।
उन्होंने कहा, "किसान जब ठान लेता है कि उसे कुछ करना है, तो वह बड़ी उपलब्धि हासिल करता है।" उन्होंने परिश्रम के साथ सही सोच, प्रभावी प्रबंधन और विभागीय समन्वय पर बल दिया। मौसम के अनुरूप पशुपालन प्रबंधन, नियमित बैठकें, योजनाबद्ध कार्य, नवीनतम तकनीक का उपयोग और औपचारिक प्रोटोकॉल से आगे बढ़कर जिम्मेदारी निभाने के निर्देश दिए।
साथ ही, राजभवन में किए जाने वाले नवाचारों को संस्थागत रूप देने और मणि एग्रो हब प्रा. लि. के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) करने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर मणि एग्रो हब के निदेशक आनंद त्रिपाठी ने बताया कि मोती की खेती एक वैज्ञानिक, टिकाऊ और लाभकारी कृषि उद्यम है। लगभग 2000 वर्ग फीट के तालाब में 10,000 सीपों की खेती से 18 माह में औसतन 8.5 लाख रुपये तक की शुद्ध आय संभव है।
उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार की मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत इस पर 50 प्रतिशत तक अनुदान उपलब्ध है। कार्यक्रम में विशेष कार्याधिकारी राज्यपाल (अपर मुख्य सचिव स्तर) डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा डॉ. पंकज एल. जानी, विशेष कार्याधिकारी अशोक देसाई, विशेष सचिव श्रीप्रकाश गुप्ता सहित राजभवन के अधिकारी-कर्मचारी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
