यूपी की बेटियां बन रही निडर वीरांगना: रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण से सशक्त हुईं 10.78 लाख बालिकाएं

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

लखनऊ, अमृत विचार : प्रदेश में रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम ठोस और मापनीय परिणामों के साथ आगे बढ़ रहा है। इस योजना में बालिकाओं की सुरक्षा, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता को मजबूत मिल रही है। शैक्षिक सत्र 2025-26 में अब तक प्रदेश के 38,465 विद्यालयों में 10,78,402 बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने मंगलवार को बताया कि बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में संचालित प्रशिक्षण के माध्यम से बालिकाओं में आत्मसम्मान, सतर्कता, साहस और निर्णय क्षमता का विकास हो रहा है। विद्यालय परिसरों में नियमित अभ्यास और प्रशिक्षित मार्गदर्शन से बालिकाएं स्वयं को अधिक सुरक्षित और आत्मनिर्भर महसूस कर रही हैं।

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम संचालन के लिए भारत सरकार की पीएबी के अंतर्गत शैक्षिक सत्र 2025-26 में प्रदेश के 45,656 उच्च प्राथमिक एवं कम्पोजिट विद्यालयों में क्रियान्वयन के लिए 2282.80 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। इसका उद्देश्य विद्यालय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण और नियमित प्रशिक्षण सुनिश्चित करना है। महानिदेशक ने बताया कि कार्यक्रम की निगरानी आईसीटी आधारित ‘वीरांगना’ मॉनिटरिंग पोर्टल के माध्यम से की जा रही है। इस पोर्टल पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली बालिकाओं की प्रतिदिन ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जाती है। साथ ही प्रशिक्षण वीडियो, फोटोग्राफ्स और प्रेरणादायी सामग्री उपलब्ध कराई गई है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का प्रभाव विद्यालयों में स्पष्ट दिखाई दे रहा है। सतत निगरानी और डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा रही है, जिससे बालिकाओं के शैक्षिक और व्यक्तित्व विकास को नई दिशा मिल रही है।

रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए प्रदेश की बेटियों को आत्मरक्षा के साथ-साथ आत्मविश्वास, साहस और आत्मनिर्भरता का संबल दिया जा रहा है। सरकार का संकल्प है कि प्रत्येक प्रशिक्षित बालिका स्वयं को सक्षम और निडर महसूस करे।

संदीप सिंह , बेसिक शिक्षा मंत्री

संबंधित समाचार