कानपुर : सबके लिए खुले मंगल भवन के दरवाजे, अलग-अलग शुल्क तय
कानपुर, अमृत विचार। बृजेंद्र स्वरूप पार्क बेनाझाबर में बने मंगल भवन के दरवाजे नियमों के साथ सभी के लिए खुल गए हैं। कार्यकारिणी की बैठक में शुल्क और शर्तें तय कर दी गईं। अब 11 हजार से लेकर 51 हजार रुपये देकर मंगल भवन को बुक करा सकेंगे। हालांकि, जमानत राशि भी अलग से देनी होगी।
पात्रों को हलफनामा भी देना होगा जिसमें उन्हें मास-मदिरा न परोसने की शपथ देनी होगी। महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि शराब के सेवन को रोकने के लिए मंगल भवन में मशीन भी लगेगी। 4 माह के अंतराल में ही लोगों को बुकिंग दी जाएगी। कोई भी व्यक्ति इससे पहले बुक कराकर नहीं बैठ पाएगा।
मंगल भवन को अन्त्योदय राशन कार्ड व दिव्यांग(प्रमाण पत्र के साथ दिव्यांगों के निजी कार्य के लिए) 11 हजार रुपये देकर एक दिन के लिए बुक करा सकेंगे। इसमें सिक्योरिटी मनी पांच हजार रुपये अलग से देनी होगी जो समारोह के बाद वापस हो जाएगी। इसके अलावा नगर निगम व जलकल में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी स्थायी कर्मचारी के लिए 31 हजार रुपये और ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र धारक (जिनकी पारिवारिक आय 8 लाख रुपये से अधिक न हो) के लिए 51 हजार रुपये शुल्क तय किया गया है।
इसके अलावा पंजीकृत एनओसी तथा संस्था द्वारा किए जाने वाले ऐसे कार्यक्रम जो कि वंचित समाज व ईडब्ल्यूएस से ही संबंधित है उनके लिए एक से 11 जोड़ों के सामूहिक विभाग के लिए 11 हजार,11 से 21 हजार जोड़ों के सामूहिक विवाह के लिए 21 हजार रुपये और 21 से 51 जोड़ों के सामूहिक विवाह के लिए 51 हजार रुपये रखे गये है। महापौर ने बताया कि सभी शुल्क में 18 फीसदी जीएसटी भी शामिल होगा।
गरीबों से 11 हजार रुपये और बाकी से 20 हजार रुपये सिक्योरिटी मनी देनी होगी जो समारोह के बाद वापस हो जाएगी। उन्होंने बताया कि यह सिक्योरिटी मनी कुछ खराब होने के लिए जमा करायी गयी है। महापौर ने कहा कि इसके साथ ही सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, विधायक, पार्षद, पूर्व पार्षद के घरों में भी कोई कार्यक्रम होगा तो उन्हें भी प्राथमिकता दी जाएगी।
फजलगंज स्थित स्व. गंगूबाबा बारातशाला के भी रेट तय
कार्यकारिणी ने वार्ड 20 फजलगंज स्थित बनी नई स्व. गंगूबाबा बारातशाला के भी रेट तय कर दिए। स्लाटर हाउस के बनी बारातशाला का नामकरण स्व. गंगूबाबा के नाम पर कर दिया गया। अन्त्योदय राशन कार्ड व दिव्यांगों (प्रमाण पत्र के साथ दिव्यांगों के निजी कार्य के लिए) के लिए 21 हजार, नगर निगम व जलकल में कार्यरत स्थायी कर्मचारी, पार्षद व पूर्व पार्षद व ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र धारक (परिवारिक आय आठ लाख रुपये से अधिक न हो ) 51 हजार रुपये और अन्य के लिए 71 हजार रुपये शुल्क तय किया है। इ
सके अलावा पंजीकृत एनओसी तथा संस्था द्वारा किए जाने वाले ऐसे कार्यक्रम जो कि वंचित समाज व ईडब्ल्यूएस से ही संबंधित है उनके लिए एक से 11 जोड़ों के सामूहिक विभाग के लिए 21 हजार ,11 से 21 जोड़ों के सामूहिक विवाह के लिए 51 हजार रुपये और 21 से 51 जो़ड़ों के सामूहिक विवाह के लिए एक लाख रुपये रखे है। सभी शुल्क में 18 फीसद जीएसटी लागू है। इसके अलावा पांच हजार रुपये सिक्योरिटी मनी देनी होगी।
बारातशाला व सामुदायिक केंद्र होंगे कब्जामुक्त
महापौर प्रमिला पांडेय बैठक में जोनलों से बारातशाला व सामुदायिक केंद्र की जानकारी ली तो अधिकारियों ने कहा कि सभी पर कब्जे हैं। इसपर महापौर ने आदेश दिए कि सभी जोनों में नगर निगम बारातशाला व सामुदायिक केंद्र को 8 दिनों में खाली कराए। सभी जोनल अफसर इस अंतराल में बारातशाला व सामुदायिक केंद्र की चाबी जमा कराएं ताकि उनके दाम भी तय कर दिए जाए गरीब समारोह कर सके।
