लखनऊ : सफाई कर्मचारियों का हो रहा शोषण, आखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा ने लिखा पत्र
लखनऊ, अमृत विचार : राजधानी स्थित नगर निगम में सफाई कर्मचारियों का शोषण हो रहा है, कर्मचारियों के शोषण का आरोप आउटसोर्सिंग कंपनी पर लगा है, बताया जा रहा है कि सफाई कर्मचारियों का कंपनी 10 से लेकर 15 दिन का वेतन काट रही है। ऐसे में कर्मचारियों के सामने परिवार के भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है। सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को देखते हुये अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा ने एलएसए कंपनी के ग्रुप एचआर से लिखित शिकायत की है।

ग्रुप एचआर को लिखे शिकायती पत्र में अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा ने कहा कि कंपनी की तरफ से सफाई कर्मियों का खुला शोषण हो रहा है, कर्मियों का बिना किसी कारण के वेतन काटा जा रहा है, वाल्मीकि महासभा ने आउटसोर्सिंग कंपनी के इस कार्य को श्रम नियमों के खिलाफ बताया है।
महासभा के प्रदेश सचिव अविनाश भारती ने बताया है कि जोन चार स्थित चिनहट द्वितीय वार्ड के कई सफाई कर्मियों का वेतन काटा गया है,नवंबर माह में 10 से लेकर 15 दिन का वेतन काटा गया है। इतना ही नहीं इन कर्मचारियों को ईपीएफ, ईएसआई और साप्ताहिक अवकाश की भी सुविधा नहीं मिल रही है।

अविनाश भारती ने यहां तक कहा है कि आउटसोर्सिंग कंपनी के ग्रुप एचआर को पत्र के माध्यम से बताया गया है उनकी संस्था बांग्लादेशी व रोहिंग्या की नियुक्ति कर रही है जो देश की सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है।
उन्होंने बताया कि कंपनी के ग्रुप एचआर से महासभा के प्रतिनिधि मंडल ने मिलकर भी समस्या बताई है। मुलाकात के दौरान बताया गया है कि बाहरी लोगों को यहां पर नौकरी दी जा रही है जबकि इस प्रदेश के लोग बेरोजगार घूम रहे हैं, पहले अपने प्रदेश के लोगों को रोजगार देना चाहिए। यदि समय रहते कर्मचारियों समेत अन्य समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो महासभा आन्दोलन के लिए बाध्य होगी।
प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से महासभा के प्रदेश सचिव अविनाश भारती, लखनऊ मंडल अध्यक्ष रूपचंद्र वाल्मीकि, मंडल मंत्री दीपक वाल्मीकि, चिनहट शाखा के अध्यक्ष अरुण वाल्मीकि मौजूद रहे।
