कन्नौज : किसानों और पंचायत सदस्यों ने सीएम को भेजा हलफनामा, चकबंदी निरस्त करने को लेकर उठाई आवाज
जलालाबाद/कन्नौज, अमृत विचार। ग्राम पंचायत में चल रही चकबंदी प्रक्रिया को निरस्त करने को लेकर अधिकारियों के द्वारा कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की गई। जिसको लेकर ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य व किसानों ने मुख्यमंत्री को हलफनामा भेज कर चकबंदी प्रक्रिया को निरस्त करने की गुहार लगाई है। कीमती जमीनों को इधर से उधर कर कटौती किए जाने और छोटे-छोटे किसानों को ज्यादा नुकसान होने से परेशान किसानों ने उच्चाधिकारियों से चकबंदी निरस्त करने की गुहार लगाई थी।
लेकिन कोई कार्रवाई न होने से परेशान किसानों के समर्थन में ग्राम प्रधान व 15 पंचायत सदस्यों ने बुधवार को हलफनामा युक्त प्रार्थना पत्र मुख्यमंत्री, राज्यपाल, मंत्री असीम अरुण, चकबंदी आयुक्त लखनऊ, जिलाधिकारी कन्नौज, चकबंदी अधिकारी कन्नौज को भेज कर चकबंदी निरस्त करने की मांग की हैं।
किसानों का कहना है कि 03 दिसंबर को ग्राम पंचायत सचिवालय पर जांच करने आए उप जिलाधिकारी अविनाश गौतम चकबंदी अधिकारी संतोष तिवारी ने किसानों से वार्ता की थी और उनकी चकबंदी के प्रति राय जानी। जबकि बंदोबस्त न्यायिक उप जिला अधिकारी ने किसानों से चकबंदी प्रक्रिया न चाहने वालों के हस्ताक्षर व मोबाइल नंबर कागजों पर अंकित कराकर उप जिलाधिकारी को दिए।
उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि प्रस्ताव बनाकर शासन एवं चकबंदी आयुक्त लखनऊ को भेज कर जैसा आदेश मिलेगा। वैसा ही किसानों के हित में काम किया जाएगा। जबकि एक सप्ताह बीतने के बाद भी अधिकारियों के द्वारा चकबंदी निरस्त कराए जाने के विषय में अवगत नहीं कराया गया। इस दौरान पीड़ित किसान शिवकुमार दुबे, बृजनंदन लाल, अवनीश, संजीव कुमार, संतोष दुबे, जितेंद्र कुमार गौतम आदि।
