विधानसभा में अब सदस्य शपथपत्र देकर ही एक-दूसरे पर मढ़ सकेंगे आरोप, अध्यक्ष सतीश महाना ने दी व्यवस्था 

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Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार। उप्र. विधानसभा में अब पीठ को एक शपथपत्र देकर ही सदस्यगण एक-दूसरे पर आरोप मढ़ सकेंगे। सदन की कार्यवाही के दौरान यह व्यवस्था मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने दी। महाना ने व्यवस्था देते हुए विपक्ष और सत्तापक्ष के सदस्यों से कहा कि किसी पर आरोप लगाने से पहले उनके समक्ष शपथ पत्र भेजें।

इससे पहले प्रश्नकाल समाप्त हो जाने के कारण पूरक प्रश्न पूछने का अवसर न मिलने पर सपा के वरिष्ठ सदस्य रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि सरकार ने उनके प्रश्न का सही उत्तर नहीं दिया है। उनके इस आरोप पर प्रतिरोध करते हुए संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सरकार ने सही जवाब दिया है।

इस बीच सदन में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि यह परंपरा बन गई है कि जब मंत्रीगण जवाब देते हैं तो सीधा जवाब न देकर पिछली सरकारों पर आरोप लगाते हैं। नियम है कि किसी के ऊपर आरोप लगाने पर सबूत होने चाहिए। यह परिपाटी बंद कराइए, अन्यथा हम लोग उसी समय विरोध करेंगे।

वहीं, माता प्रसाद पांडेय ने ही बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह द्वारा शिक्षा से जुड़े एक प्रश्न पर दिये गये जवाब को लेकर भी आपत्ति की थी। इस पर संसदीय कार्य मंत्री का तर्क रहा कि मंत्री ने किसी दल का नाम नहीं लिया और पिछली सरकारों की बात की है।

इसी बीच व्यवस्था देते हुए अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा, मैं सभी सदस्यों से कहूंगा, आरोप लगाने से पहले शपथ पत्र मेरे टेबल पर भेज दें। यह सदन के सभी 403 सदस्यों पर लागू होगा। यह प्रश्न पूछने वाले और सरकार के ऊपर भी लागू होगा। हालांकि, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने इस पर तनिक आपत्ति की तो महाना बोले- अब आप पलट गए।

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