E-library में विविध विषयों के जानकार बनेंगे माध्यमिक छात्र: पाठ्यक्रम से इतर मिलेगी जानकारी, गैर शैक्षणिक पुस्तकें होंगी उपलब्ध
लखनऊ, अमृत विचार : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में विद्यार्थियों को उनके पाठ्यक्रम के अतिरिक्त भी पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे उनमें पढ़ने की आदतें विकसित हों और वे पाठ्यक्रम से इतर विविध विषयों पर अपना ज्ञान बढ़ा सकें। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय डिजिटल प्लेटफॉर्म योजना लागू करने जा रहा है, जिसके माध्यम से गैर शैक्षणिक पुस्तकों के उत्कृष्ट संग्रह से विद्यार्थियों को लाभान्वित होने का अवसर मिलेगा। राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय (आरईपी) से माध्यमिक स्तर के सभी छात्रों को जोड़ा जाएगा।
अपर सचिव प्रशासन, माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज ने इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं। यह योजना केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग की पहल के तहत लागू की जा रही है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में उनके आयु वर्ग के अनुरूप गैर शैक्षणिक और मनपसंद पुस्तकों के पढ़ने की आदत को बढ़ावा देना है।
निशुल्क मिलेगा छात्रों को लाभ
मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय (आरईपी) एक निःशुल्क डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसमें माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की शिक्षण संरचना के अनुरूप पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी। संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार ने छह जिलों के डीआईओएस को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों के विद्यालयों में पढ़ने वाले अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं का आरईपी में पंजीकरण सुनिश्चित कराएं।
चार आयु वर्ग में मिलेंगी पुस्तकें
पहला : 3 से 8 वर्ष आयु वर्ग
दूसरा : 8 से 11 वर्ष आयु वर्ग
तीसरा : 11 से 14 वर्ष आयु वर्ग
चौथा : 14 वर्ष से अधिक आयु वर्ग
ये पुस्तकें होंगी उपलब्ध
पाठ्यक्रम के अतिरिक्त पसंदीदा भाषा में कहानियां, महान विभूतियों द्वारा रचित पुस्तकें, विज्ञान से संबंधित विभिन्न मॉड्यूल, देश, भाषा और संस्कृति से जुड़ी पुस्तकें राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी।
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