UP News: फर्जी कंपनी बनाकर 22.58 करोड़ की टैक्स चोरी, चार पर एफआईआर
कागजों में 51 करोड़ से अधिक का कारोबार, उपायुक्त की शिकायत पर हुई कार्रवाई
लखनऊ, अमृत विचार: फर्जी कंपनी कागजों पर बनाकर करोड़ों की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है। विभाग की सतर्कता और जांच के बाद करीब 22.58 करोड़ रुपये के जीएसटी कर की हेराफेरी का मामला सामने आया है। उपायुक्त (राज्य कर) बृजेंद्र सिंह यादव व भूपेंद्र कुमार सिंह की तहरीर पर गुडंबा पुलिस ने चार फर्मों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। आरोप है कि इन फर्मों का कोई अस्तित्व ही नहीं है। न ही इनके दस्तावेज सही पाये गये हैं।
राज्यकर के उपायुक्त ब्रिजेंद्र सिंह यादव और भूपेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक राज्यकर के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर गुडंबा इलाके में स्थित चार फर्मों की जांच की गई। जिस पते पर फर्म का पंजीकरण हुआ था। वहां पर फर्म का अस्तित्व ही नहीं मिला। इनके दस्तावेज भी जांच में फर्जी मिले हैं। जिन फर्मों की जांच की गई है उनमें कुर्सी रोड स्थित इंडेन इंक्लेव के अजय कुमार भाटिया की गणेश इंटरप्राइजेज, वाराणसी के पिंडरा खारका रघुनाथपुर के चंद्र प्रकाश प्रजापति की प्रजापति इंटरप्राइजेज, अतरौली मायापुरी कालोनी गुडंबा के श्रीकांत तानाजी की श्रीकांत इंटरप्राइजेज और महाराष्ट्र बरिहान भीमनगर झोपड़पट्टी सिद्धार्थनगर के सिद्धान्त सुनील पाटिल की देविकारूपा इंटरप्राइजेज शामिल है।
जांच में सामने आया कि गणेश इंटरप्राइजेज ने 2024-25 व 2025-26 में कुल 7,31,81,683 की इनवर्ड सप्लाई प्राप्त करते हुये कुल 1,10,08,630 की आईजीएसटी की चोरी की। इसमें 22,45,073 की सीजीएसटी और 22,45,073 रुपये की एसजीएसटी की बोगस आईटीसी की आईटीसी क्लेम कर एवं यूटिलाइज की गयी है। वहीं, कुल 9,31,08,678.72 की आउटवर्ड सप्लाई घोषित करते हुये 59,54,359 की आईजीएसटी और 56,02,491.54 रुपये की सीजीएसटी की चोरी की। फर्म ने 56,02,491.54 की एसजीएसटी की कर देयता स्वीकार की गयी है। समस्त कर देयता में से 1,71,59,342.08 की बोगस आईटीसी अपनी आपूर्तिकर्ता फर्मों को पासऑन की गयी है। इसी तरह चंद्र प्रकाश प्रजापति की प्रजापति इंटरप्राइजेज ने माह जुलाई 2025 से सितम्बर 2025 तक के रिटर्न पोर्टल पर प्रदेर्शित किये गये हैं। इस हेतु उक्त अवधि में कुल 2,89,20,201 रुपये की खरीद-बिक्री प्रदर्शित करते हुए में 66,02,896.18 की जीएसटी की देयता के भुगतान हेतु 66,02,896.18 की आईटीसी प्रयोग किया गया है।
वहीं, श्रीकांत तानाजी की श्रीकांत इंटरप्राइजेज ने वर्ष 2025-26 में 33,31,86,450 रुपये की आउटवर्ड सप्लाई घोषित करते हुये 7,94,89,998.94 की आईजीएसटी की 37,96,839.18 की सीजीएसटी एवं 37,96,839.18 की एसजीएसटी की कर देयता स्वीकार की गयी है। समस्त कर देयता में से 8,70,83,677.30 का समायोजन बोगस आईटीसी से किया गया है। फर्म श्रीकांत इण्टरप्राइजेज द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 में किसी भी फर्म से इनवर्ड सप्लाई प्राप्त नहीं की गयी है। बिना उपलब्ध आईटीसी के बोगस आईटीसी जनरेट करते हये निम्नलिखित फर्मों को आउटवर्ड सप्लाई की गयी है। वहीं, सिद्धान्त सुनील पाटिल की देविकारूपा इंटरप्राइजेज ने वर्ष 2024-25 में कुल 8,39,66,612 रुपये की इनवर्ड सप्लाई प्राप्त की। कुल 2,28,09,731 रुपये की आईजीएसटी की बोगस आईटीसी क्लेम एवं यूटिलाइज की गयी है। कुल 5,48,06,994 रुपये की आउटवर्ड सप्लाई घोषित करते हुये 1,24,32,332 रुपये की आईजीएसटी क्लेम किया। इसमें 9,45,456 रुपये की सीजीएसटी की एवं 9,45,456 रुपये की एसजीएसटी की बोगस आईटीसी आपूर्तिकर्ता फर्म द्वारा की गई।
