बरेली: गुंडा बनाने की जल्दबाजी, दो साल में दो बार कोर्ट में भेजी चालानी रिपोर्ट
बरेली, अमृत विचार। दो से तीन अपराधों में लिप्त होने वाले आरोपियों को गुंडा एक्ट में निरुद्ध कराने के लिए पुलिस जल्दबाजी दिखा रही है। एक आरोपी को गुंडा घोषित कराने के लिए बिशारतगंज पुलिस ने दो साल में दो बार गुंडा एक्ट की चालानी रिपोर्ट अपर जिला मजिस्ट्रेट वित्त एवं राजस्व के न्यायालय भेज …
बरेली, अमृत विचार। दो से तीन अपराधों में लिप्त होने वाले आरोपियों को गुंडा एक्ट में निरुद्ध कराने के लिए पुलिस जल्दबाजी दिखा रही है। एक आरोपी को गुंडा घोषित कराने के लिए बिशारतगंज पुलिस ने दो साल में दो बार गुंडा एक्ट की चालानी रिपोर्ट अपर जिला मजिस्ट्रेट वित्त एवं राजस्व के न्यायालय भेज दी जबकि पहले भेजी गयी चालानी रिपोर्ट पर न्यायालय में सुनवाई शुरू हो चुकी है।
बिशारतगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक के दोबारा से गुंडा एक्ट की रिपोर्ट भेजने का न्यायालय ने कड़ा संज्ञान लिया है। अपर जिला मजिस्ट्रेट वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार पांडेय ने स्पष्टीकरण तलब करते हुए प्रभारी निरीक्षक से पूछा है कि किन परिस्थितियों में और क्यों दो साल में दो बार चालानी रिपोर्ट इस न्यायालय में प्रस्तुत की गयी।
प्रभारी निरीक्षक को भेजे पत्र में अपर जिला मजिस्ट्रेट वित्त एवं राजस्व ने कहा है कि आपके द्वारा भेजी चालानी रिपोर्ट 11 मई, 2020 पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की संस्तुति आख्या उनके न्यायालय में 25 जून, 2020 को प्राप्त हुई। जिसमें विपक्षी जाहिद उर्फ टुकिया (25) पुत्र शाहिद कुरैशी निवासी कस्बा व थाना बिशारतगंज के विरुद्ध चार मुकदमे दर्ज दिखाया गया है। न्यायालय ने 26 जून को नोटिस जारी किया। नोटिस तामील करने के बाद न्यायालय में प्राप्त हुआ।
इस पर विपक्षी अधिवक्ता के साथ 15 जुलाई को उनके समक्ष उपस्थित हुये। उक्त वाद की एक चालानी रिपोर्ट इस न्यायालय में 6 मार्च, 2019 को प्राप्त हुई। उस पर सुनवाई करने के लिये न्यायालय ने 15 मार्च, 2019 को नोटिस जारी किया था। प्रभारी निरीक्षक से कहा कि पत्र प्राप्ति होने के सप्ताह के अंदर अपना स्पष्टीकरण न्यायालय में प्रस्तुत करें कि किन कारणों से एक ही आरोपी की दो बार गुंडा एक्ट की चालानी रिपोर्ट न्यायालय में प्रस्तुत की गयी।
