बरेली: न ऑनलाइन पढ़ाई काम आई, ऑड एंड ईवन फार्मूला भी फेल
बरेली,अमृत विचार। शैक्षिक सत्र 2020-21 में महाविद्यालयों में पढ़ाई पूरी तरह से चौपट नजर आ रही है। महाविद्यालयों में न तो ऑनलाइन शिक्षा देने के इंतजाम पूरे हुए और न ही ऑफलाइन पढ़ाई में सही तरीके से कक्षाएं संचालित हो सकीं। ऑड एंड ईवन फॉर्मूला भी फेल हो गया। सबसे ज्यादा दिक्कत बरेली कॉलेज के …
बरेली,अमृत विचार। शैक्षिक सत्र 2020-21 में महाविद्यालयों में पढ़ाई पूरी तरह से चौपट नजर आ रही है। महाविद्यालयों में न तो ऑनलाइन शिक्षा देने के इंतजाम पूरे हुए और न ही ऑफलाइन पढ़ाई में सही तरीके से कक्षाएं संचालित हो सकीं। ऑड एंड ईवन फॉर्मूला भी फेल हो गया। सबसे ज्यादा दिक्कत बरेली कॉलेज के छात्रों को हुई क्योंकि यहां अधिक छात्रों की वजह से ऑफलाइन पढ़ाई के लिए ऑड-ईवन फार्मूला लागू किया। बार-बार परीक्षाओं की वजह यह सिस्टम भी कारगर नहीं हो पाया।
मौजूदा समय में 30 फीसदी तक ही छात्र कक्षाओं में पढ़ने के लिए पहुंच रहे हैं। 12 जनवरी से एक बार फिर से परीक्षाएं शुरू होने के बाद पढ़ाई प्रभावित होगी। पूरी पढ़ाई न होने से छात्र किस तरह से परीक्षा देंगे। इससे उनके परिणाम पर भी असर पड़ेगा।
कोरोना की वजह से शासन ने छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए ऑनलाइन पढ़ाई के निर्देश दिए गए थे। इसके लिए महाविद्यालयों को अधिक से अधिक छात्रों को ऑनलाइन जोड़ने को कहा गया था। इसके अलावा यू ट्यूब चैनल पर लेक्चर अपलोड करने के भी निर्देश थे। बरेली कॉलेज तो यू ट्यूब चैनल पर एक-दो लेक्चर ही अपलोड कर पाया। वहीं छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण शिक्षक भी उनसे ऑनलााइन नहीं जुड़े।
शासन के निर्देश पर बरेली कॉलेज ने 24 दिसंबर से ऑफलाइन कक्षाएं संचालित कीं। विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने की वजह से एक सप्ताह बाद ऑड-ईवन फार्मूले से पढ़ाई शुरू की गई। कुछ दिनों तक सही से कक्षाएं चलीं लेकिन उसके बाद बरेली कॉलेज में एलएलबी की परीक्षाओं की वजह से छात्रों के कक्ष संख्या में बदलाव किया गया। फिर लेफ्ट आउट परीक्षा की वजह से तीन दिन कॉलेज बंद रहा। करीब एक सप्ताह सर्दियों की छुट्टियों की वजह से कॉलेज बंद हो गया। 4 जनवरी से कॉलेज खुला।
प्राचार्य ने कक्षाओं का निरीक्षण किया तो सामने आया कि सिर्फ 30 फीसदी ही छात्र आ रहे हैं। ऐसे में ऑड एंड ईवन फार्मूला हटा दिया गया और किसी भी छात्र को आने से न रोकने के लिए बोला गया। 12 जनवरी को कॉलेज लेफ्ट आउट परीक्षा के लिए बंद रहेगा। 13 व 14 जनवरी को लोहड़ी की छुट्टी रहेगी। एक-दो दिन कॉलेज खुलने के बाद 19 जनवरी से सुधार परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। ऐसे में पढ़ाई होना मुश्किल ही नजर आ रहा है।
अन्य महाविद्यालयों में भी यही हाल
रानी अवंतीबाई महाविद्यालय, साहू राम स्वरूप महिला महाविद्यालय समेत अन्य महाविद्यालयों का भी हाल कुछ ऐसा ही है। यहां भी कम ही संख्या में छात्र-छात्राएं पढ़ने आ रहे हैं। महाविद्यालयों की ओर से ऑनलाइन पढ़ाई के कोई ठोस इंतजाम नहीं किए गए हैं। सुधार परीक्षा शुरू होने के बाद इन महाविद्यालयों में भी पढ़ाई अब कुछ ही दिन हो पाएगी।
“कक्षाओं के निरीक्षण में 30 फीसदी छात्र मिले हैं। अब जो भी छात्र पढ़ने आ रहे हैं उन्हें रोका नहीं जा रहा है। छात्रों को ऑनलाइन पढ़ने के लिए भी कहा जा रहा है।” -डा. अनुराग मोहन, प्राचार्य, बरेली कालेज
“कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। छात्र सोशल मीडिया से भी जुड़े हैं। जिन कक्षाओं में अधिक छात्र हैं उन्हें सोशल मीडिया पर जोड़ना थोड़ा मुश्किल है। यू ट्यूब चैनल के अलावा अन्य ई-कंटेंट के जरिए छात्र पढ़ाई कर सकते हैं।” -प्रो. डा. आरके गुप्ता, बरेली कॉलेज
“ऑफलाइन पढ़ाई न होने से दिक्कतें तो हुई हैं। छात्र विश्वविद्यालय, यूपी गवर्नमेंट और सेंट्रल गवर्नमेंट की वेबसाइट पर जाकर लेक्चर पढ़ सकते हैं। ई-लाइब्रेरी में भी काफी लेक्चर अपलोड हैं।” -प्रो. आलोक श्रीवास्तव, रुविवि
