काशीपुर: बेटे की पढ़ाई के लिए लिया था लोन, किस्त के दबाव में धरने पर बैठ गया पिता

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काशीपुर, अमृत विचार। शिक्षा के नाम पर काशीपुर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक से लिए गए ऋण में बैंक अधिकारियों द्वारा धांधली बरतने का आरोप लगाते हुए मुरादाबाद रोड निवासी जसबीर सिंह मंगलवार को बैंक के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर इस मामले में कार्रवाई की मांग की। डीएम को भेजे पत्र …

काशीपुर, अमृत विचार। शिक्षा के नाम पर काशीपुर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक से लिए गए ऋण में बैंक अधिकारियों द्वारा धांधली बरतने का आरोप लगाते हुए मुरादाबाद रोड निवासी जसबीर सिंह मंगलवार को बैंक के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर इस मामले में कार्रवाई की मांग की।

डीएम को भेजे पत्र में जसबीर सिंह ने बताया कि वर्ष 2012 में उन्होंने अपने पुत्र रौनक नरूला के लिए काशीपुर अर्बन को ऑपरेटिव बैंक से 19 लाख रुपयों का शिक्षा ऋण लिया था। इस रकम की किस्त 29 हजार 845 रुपए प्रतिमाह 84 किस्तों में देना करार हुआ। मोरेटोरियम पीरियड 8 दिसंबर 2015 तक था और जनवरी 2016 से ऋण की वापसी करनी थी। बताया कि फरवरी 2016 से जो किस्त देना शुरू किया, वह सिलसिला लगातार जारी रहा। शिकायतकर्ता का आरोप है कि बैंक अधिकारी ऋण के इस मामले में शुरू से ही उसे प्रताड़ित करते रहे और लगातार 53 हजार 715 रुपए की किस्त जमा करने की मांग करने लगे। जबकि एग्रीमेंट में 29 हजार 845 की लिखी हुई थी। इस मामले में बैंक अधिकारियों द्वारा 5 दिसंबर 2018 को भूमि अधिग्रहण का नोटिस जारी कर दिया गया। 25 अक्टूबर 2019 को धनतेरस के दिन भूमि का अधिग्रहण कर लिया। इस मामले में जब शिकायतकर्ता ने हाईकोर्ट की शरण लेने की बात कही तो बैंक अधिकारियों ने रजिस्टर्ड डाक से एक पत्र भेजकर बताया कि पूर्व में लिखी गई मासिक किस्त गलती से अंकित कर दी गई थी। उधर, अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष चौधरी प्रताप सिंह ने कहा कि बैंक ने नियम विरुद्ध कोई कार्य नहीं किया है।

 

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