मुरादाबाद : कुटीर उद्योग से कोरोना को जवाब देगी सायरा की टीम, मसाला बनाने की करेंगी शुरुआत
आशुतोष मिश्र, मुरादाबाद, अमृत विचार। शाखों से टूट जाएं वह पत्ते नहीं हैं हम, आंधी से कोई कह दे कि औकात में रहें… मरहूम शायर राहत इंदौरी की यह रचना टोपी निर्माण समूह की संचालक सायरा के हुनर और जुनून का आइना हैं। कोरोना की मार और लाकडाउन की रुकावट के बीच उनकी टीम ने …
आशुतोष मिश्र, मुरादाबाद, अमृत विचार। शाखों से टूट जाएं वह पत्ते नहीं हैं हम, आंधी से कोई कह दे कि औकात में रहें… मरहूम शायर राहत इंदौरी की यह रचना टोपी निर्माण समूह की संचालक सायरा के हुनर और जुनून का आइना हैं। कोरोना की मार और लाकडाउन की रुकावट के बीच उनकी टीम ने कुछ और बड़ा करने की ठानी है। अब यह समूह बिलारी के राजा का सहसपुर गांव में मसाला तैयार करने के लिए इकाई स्थापित करेगा। इसके लिए बैंक के साथ उद्योग विभाग में आवेदन कर दिया है।

रुस्तमपुर सहसपुर के प्रथमा बैंक प्रबंधन ने महिलाओं के समूह की अगुवाई करने वाली सायरा के आवेदन पत्र को रजामंदी दे दी है। आठ से 10 लाख रुपये की लागत में सायरा का समूह खाद्य मसालों के निर्माण में जुटेगा। मसालों की पिसाई से लेकर बिक्री तक का काम यह समूह करने जा रहा है। कभी 35 से 40 महिलाओं को अपने साथ जोड़ कर उन्होंने गांधी टोपी और मुस्लिम समुदाय के उपयोग वाली टोपी बनाने का कार्य शुरू किया था। वर्ष 2016 में 11 महिलाओं के समूह ने यह काम शुरू किया। इसके बाद पास-पड़ोस के लोगों ने समूह के कार्य की हौसला अफजाई की।
देश के कोने-कोने में इस समूह की टोपी ने पहचान बनाई। उसके बाद देश की सरहद पार करते हुए टोपी की खेप ने पाकिस्तान, तुर्की, अफगानिस्तान, सऊदी अरब होते हुए इंडोनेशिया तक का सफर पूरा किया। लाकडाउन ने इस समूह के कारोबार की रफ्तार रोक दी। ईद और त्योहारी सीजन पर तैयार टोपियां बिक नहीं सकीं। अभी भी समूह के पास आठ से 10 लाख रुपये कीमत की टोपी गोदाम में डंप हैं। कोरोना की मार में इस समूह ने अब कोरोना को चुनौती देने का निर्णय लिया है। बहुत जल्दी महिलाओं का यह समूह खाद्य मसाला का निर्माण, पैकिंग और कारोबार करेगा।
सिलाई समूह की अध्यक्ष सायरा का कहना है कि कोविड महामारी के चलते समूह का कारोबार चौपट हो गया। ईद को लेकर बनाई टोपियां कहीं भेजी नहीं जा सकीं। इसके बाद समूह की बैठक बुलाई गई, जिस में कारोबार को लेकर बहुत सारी चर्चाएं हुईं। इसमें आंगनवाड़ी ड्राई राशन वितरण के साथ नए कारोबार की योजना बनाई गई। मसाला पीसने, पैकिंग तथा आटा तैयार करके बाजार में बिक्री पर सहमति बनी। सीसीएल का आवेदन प्रथमा बैंक रुस्तमनगर सहसपुर को भेजा गया है।
