रामनगर: सांप के काटने पर घबराए नहीं रोगी को तुरंत अस्पताल पहुंचाए
रामनगर, अमृत विचार। वन विभाग की ओर से आयोजित गोष्ठी के दौरान सांपो के बारे में कई रोचक जानकारियां दी गई। सर्प विशेषज्ञों की टीम ने सांपों वास स्थल से लेकर उनके जहरीले होने की जानकारी दी। साथ ही वन विभाग के कर्मचारियों ने सर्पों की विभिन्न प्रजातियां, सुरक्षा व उपचार आदि के बारे में …
रामनगर, अमृत विचार। वन विभाग की ओर से आयोजित गोष्ठी के दौरान सांपो के बारे में कई रोचक जानकारियां दी गई। सर्प विशेषज्ञों की टीम ने सांपों वास स्थल से लेकर उनके जहरीले होने की जानकारी दी। साथ ही वन विभाग के कर्मचारियों ने सर्पों की विभिन्न प्रजातियां, सुरक्षा व उपचार आदि के बारे में बताया। सेव दा स्नेक सोसाइटी के अध्यक्ष चंद्र सेन कश्यप ने वन विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों व बच्चों को सर्प प्रजातियों, सांप के काटने के बाद प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी भी दी।
चंद्र सेन कश्यप ने कहा कि तीन प्रकार के विषैले सर्प में कोबरा, करैत व रसल वाइपर को छोड़कर लगभग सभी सांप विषहीन होते हैं। जिन से डरने की आवश्यकता नहीं है। जहरीले सांपों के काटने के बाद झाड़-फूंक नहीं करवाना चाहिए। सर्पदंश का एकमात्र इलाज वैक्सीन है जो सभी अस्पतालों में उपलब्ध है।
सांप से काटने से कुछ मोते भय के कारण होती हैं। लेकिन सांप के काटने के तुरंत बाद रोगी को अस्पताल ले जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब तक सेव द स्नेक सोसायटी सेवा कर रही है तब से कई हजारों जहरीले सांपों को बचाया जा चुका है। इस दौरान एलईडी के माध्यम से भी सांपों को दिखाया और उनकी प्रजाति के बारे में बताया गया। गोष्ठी में रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट, जगमोहन बिष्ट, मदन जोशी, वन विभाग तराई पश्चिमी के डीएफओ बलवंत सिंह शाही, रेंज अधिकारी ललित जोशी , विरेंद्र पांडे, विक्की कशयप, अर्जुन कश्यप,अनुज कश्यप, सोनिया सतयवली, निमिशा शर्मा, कबीर सोना, महेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
