देहरादून: ऊर्जा मंत्री हरक से वार्ता के बाद 3500 बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल स्थगित की, मंत्री ने दिया एक माह का समय

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देहरादून, अमृत विचार। पूरे उत्तराखंड में ऊर्जा के तीन निगमों के 3500 से ज्यादा कार्मिकों ने सोमवार मध्यरात्रि से हड़ताल शुरू कर दी है। कार्मिकों की हड़ताल से मनेरी भाली और पछवादून की पांच जल विद्युत परियोजनाओं में विद्युत उत्पादन ठप हो गया है। इसके साथ ही कई जगहों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित हो …

देहरादून, अमृत विचार। पूरे उत्तराखंड में ऊर्जा के तीन निगमों के 3500 से ज्यादा कार्मिकों ने सोमवार मध्यरात्रि से हड़ताल शुरू कर दी है। कार्मिकों की हड़ताल से मनेरी भाली और पछवादून की पांच जल विद्युत परियोजनाओं में विद्युत उत्पादन ठप हो गया है। इसके साथ ही कई जगहों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई है। वहीं जगह-जगह नलकूप ठप होने से जल संस्थान द्वारा की जा रही पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो गई है।

एसीपी की पुरानी व्यवस्था लागू करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर विद्युत कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कल आधी रात से हड़ताल पर गए ऊर्जा के तीनों निगमों, यूपीसीएल, यूजेवीएनएल और पिटकुल के कर्मचारियों की आज यानि की मंगलवार को  ऊर्जा मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत से वार्ता के बाद हड़ताल स्थगित हो गई है। सोमवार और मंगलवार को वार्ता के बाद भी जब कर्मचारी नहीं माने तो सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों पर एस्मा लगा दिया। अपर सचिव भूपेश चंद्र तिवारी ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं, इसके बाद ऊर्जा मंत्री के आश्वासन पर माने कर्मचारियों ने हड़ताल स्थगित करने का ऐलान किया है। उत्तराखंड विद्युत अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के संयोजक इंसारुल हक ने मीडिया को इस संबंध में जानकारी दी।

सरकार ने ऊर्जा निगम में छह माह तक हड़ताल पर रोक लगा दी है। सर्वे चौक के निकट स्थित कौशल विकास भवन में ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत और कर्मचारी नेताओं की लंबे दौर की वार्ता चली। वार्ता के दौरान एमडी दीपक रावत भी मौजूद थे। डाॅ. रावत कहा कि सरकार ने कर्मचारियों के हितों को लेकर संवेदनशील है। सरकार जल्द ही उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय लेगी। उन्होंने तीनों निगमों के कर्मचारियों से हड़ताल समाप्त कर वापस काम पर लौटने की अपील की। उन्होंने कर्मचारियों की मांगों के लिए एक महीने का समय मांगा। साथ ही कहा कि जो जरूरी मांगें हैं, उनका 15 दिन में निस्तारण कर दिया जाएगा। मंत्री के आश्वासन पर कर्मचारियों ने हड़ताल स्थगित कर दी।

बता दें कि सोमवार देर रात तक भी वार्ता का क्रम जारी रहा था, जो विफल रहा। ऊर्जा निगम के कर्मचारी अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे थे।

मनेरी भाली जल विद्युत परियोजना में उत्पादन रहा ठप

ऊर्जा निगम के कर्मचारियों की हड़ताल से मनेरी भाली प्रथम और द्वितीय जल विद्युत परियोजना में उत्पादन ठप कर दिया गया है। इससे राज्य सरकार को करोड़ों रुपए के नुकसान होने का अनुमान है। वहीं, जिला मुख्यालय सहित जनपद के भटवाड़ी, पुरोला, नौगांव, बडकोट, चिन्यालीसौड़ सहित ग्रामीण क्षेत्रों पिछले एक घंटे से बिजली आपूर्ति ठप है।

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