जलवायु संकट
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पूर्व महासचिव Ban Ki-moon और तीन राजनयिक संयुक्त राष्ट्र में 'दिवाली पावर ऑफ वन' पुरस्कार से सम्मानित
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By Bhawna
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की-मून और तीन अनुभवी राजनयिकों को ‘‘सभी के लिए एक अधिक परिपूर्ण, शांतिपूर्ण और सुरक्षित दुनिया’’ बनाने में उनके निस्वार्थ प्रयासों के लिए वार्षिक 'दिवाली पावर ऑफ वन अवार्ड्स' से सम्मानित किया...
Climate change : क्या समय को समझना जलवायु परिवर्तन के खिलाफ दौड़ की कुंजी हो सकता है?
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By Bhawna
लीवरपूल। कुछ तो बदलना होगा। राजनेताओं और पर्यावरण संगठनों ने लोगों के व्यवहार को प्रभावित करने और जलवायु संकट से निपटने के लिए करोड़ों का निवेश किया है। लेकिन यह काम नहीं कर रहा है। जी20 का कोई भी देश...
कम डकार, अधिक मांस और दूध - पशुधन किसान जलवायु संकट से निपटने में कर सकते हैं मदद
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By Moazzam Beg
पेन्सिलवेनिया। अफ्रीका के पशुधन किसान जलवायु परिवर्तन का सबसे ज्यादा नुकसान झेल रहे हैं। बार बार आने वाले गंभीर सूखे के कारण मवेशियों का भूख से मर जाना और जगह जगह पड़े उनके शव जैसे मंजर वहां आम हैं। लेकिन...
भारतीय-अमेरिकी गीता राव ने कहा- वैश्विक महामारी, जलवायु संकट और निरंकुशता बढ़ने से लैंगिक असमानता में हुई बढ़ोतरी
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By Amrit Vichar
वाशिंगटन। वैश्विक महिला मामलों के दूतावास प्रभारी पद के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा नामित भारतीय-अमेरिकी गीता राव गुप्ता ने कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में संघर्षों के अलावा कोविड-19 वैश्विक महामारी, जलवायु संकट और निरंकुशता बढ़ने से लैंगिक असमानता में वृद्धि हुई है। पद पर गुप्ता के नाम की पुष्टि के …
भारत में जलवायु परिवर्तन और आपदाओं के कारण साल 2021 में 50 लाख लोग हुए विस्थापित : संयुक्त राष्ट्र
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By Amrit Vichar
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2021 में जलवायु परिवर्तन तथा आपदाओं के कारण भारत में करीब 50 लाख लोगों को देश में ही अपना घर छोड़कर कहीं और विस्थापित होना पड़ा। ‘यूएन रिफ्यूजी एजेंसी’ (यूएनएचसीआर) की वार्षिक ‘ग्लोबल ट्रेंड्स रिपोर्ट’ के अनुसार पिछले साल हिंसा, मानवाधिकारों के हनन, खाद्य असुरक्षा, …
चुनौतियां तमाम
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By Amrit Vichar
वर्ष 2030 के सतत विकास लक्ष्यों की समय-सीमा निकट आते जाने के साथ हमारे पास जलवायु संकट से लेकर समावेशन और सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा एवं शिक्षा जैसी चुनौतियों से निपटने का समय कम होता जा रहा है। इन समस्याओं को हल करने का एकमात्र तरीका प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की हमारी क्षमता …
