Huliyare

आधुनिकता में कहीं खो गए होली के रंग, गलियों में अब नहीं सुनाई देते हुलियारों के शोर

बरेली, अमृत विचार। आधुनिकता के साथ बदलती जीवन शैली ने अब पर्वों का उल्लास भी कम कर दिया है। होली पर भी अब वह पारंपरिक रंगों की कमी खलती है। पहले जहां होली के कई दिन पहले से ही गलियों में हुलियारों का शोर, घर की दलान में होली के गीतों से एक अलग ही …
उत्तर प्रदेश  बरेली  लाइफस्टाइल