मुरादाबाद: संगठित गिरोह बेखौफ होकर कर रहा ई-कचरे का धंधा, सरकारी तंत्र पर खड़ा हुआ सवाल

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

मुरादाबाद, अमृत विचार। सड़क की दोनों पटरियों पर कचरा की ऊंची टाल और जगह-जगह ई-कचरा के धंधेबाजों का बैठका महफूज है। भोजपुर इलाका इस धंधे के खिलाफ सरकारी तंत्र पर हर दिन सवाल बनकर खड़ा है। दावे तो इसे समाप्त करने के भी हैं। लेकिन, पुलिस, सफेदपोश और नियंत्रण इकाइयों की तिकड़ी हर सरकारी अभियानों …

मुरादाबाद, अमृत विचार। सड़क की दोनों पटरियों पर कचरा की ऊंची टाल और जगह-जगह ई-कचरा के धंधेबाजों का बैठका महफूज है। भोजपुर इलाका इस धंधे के खिलाफ सरकारी तंत्र पर हर दिन सवाल बनकर खड़ा है। दावे तो इसे समाप्त करने के भी हैं। लेकिन, पुलिस, सफेदपोश और नियंत्रण इकाइयों की तिकड़ी हर सरकारी अभियानों पर भारी है। जिला मुख्यालय की गलियों में भी ई-कचरे की भट्ठियां सुलग रही हैं।

चार माह पहले एसएसपी ने इस मामले में भोजपुर थाने को ही निलंबित कर दिया था। लेकिन, उसके बाद भी ई-कचरा के कारोबारी बेखौफ हैं। बताया जा रहा है कि बड़े वाहनों से ई-कचरे का कारोबार खुद पुलिस करा रही है। आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि जिले में यह धंधा बेरोक-टोक जारी है। दावा तो यह भी है कि यहां संगठित गिरोह यह काला कारोबार कर रहा है।

पूरा थाना हो चुका है निलंबित
ई-कचरा कारोबारियों को संरक्षण देने के आरोप में पूरा भोजपुर थाना ही निलंबित हो चुका है। तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी को ई-कचरे के धंधेबाजों से भोजपुर पुलिस की सांठगांठ की भनक लग गई थी। उन्होंने जांच कराई, जिसमें मामला सही पाया गया। इस पर उन्होंने पूरे थाने को ही निलंबित कर दिया था।

घातक है ई-कचरे से निकलने वाला धुआं
ई-कचरे को जलाने से उठने वाला धुआं सेहत के लिए बेहद घातक है। इसे टीबी जैसी गंभीर बीमारी हो जाती है। इसके बाद भी धंधेबाजों को लोगों की सेहत की तनिक भी परवाह नहीं है। अपने फायदे के लिए वह आबादी वाले क्षेत्र में ही ई-कचरा जला देते हैं। हालांकि धंधेबाज अब कुछ हाईटेक हो गए हैं। पहले ई-कचरा रात के अंधेरे में रामगंगा किनारे जलाया जाता था मगर अब इन लोगों ने इसके लिए बाकायदा भट्ठियां बना लीं हैं।

गैस सिलेंडर और गैस गन का करते हैं इस्तेमाल
ई-कचरे से विभिन्न धातुओं को निकालने के लिए धंधे बाज गैस सिलेंडर और गैस गन का इस्तेमाल करते हैं। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान इनके कब्जे से कई गैस गन भी बरामद की हैं।

ई-कचरा का गढ़ हैं भोजपुर और ठाकुरद्वारा
भोजपुर और ठाकुरद्वारा जनपद के वह गढ़ हैं जहां ई-कचरे का अवैध धंधा खुलेआम होता है। इस काले धंधे में कई सफेदपोश भी शामिल हैं। जनपद में ई-कचरे का सबसे ज्यादा काम इन्हीं दो स्थानों पर होता है। ई-कचरा रखने के लिए तमाम धंधेबाजों ने बड़े-बड़े गोदाम बना रखे हैं। यहीं से पूरे धंधे का संचालन किया जाता है।

केस एक
भगतपुर पुलिस ने तीन मार्च को ई-कचरे से लदी मैक्स पिकअप पकड़ी थी, जिसमें 18 बोरे ई-कचरा बरामद किया गया था। इस मामले में पुलिस ने रामपुर जनपद के टांडा थानाक्षेत्र गांव खुशहालपुर निवासी जमील पुत्र नन्हू के खिलाफ कार्रवाई की थी।

केस दो
ठाकुरद्वारा पुलिस ने तीन जनवरी को ई-कचरे से लदी बोलेरो पकड़ी थी। इसमें 31 प्लस्टिक के कट्टों में अधजला ई-कचरा लदा था। इस मामले में पुलिस ने ठाकुरद्वारा के मोहल्ला नाफूर निवासी असलम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी प्रकार 17 मई को भी प्लास्टिक के 30 कट्टों में भरा ई-कचरा बरामद किया गया था। पुलिस ने इस मामले में ठाकुरद्वारा थानाक्षेत्र के गांव चमरावाला निवासी मुजम्मिल, फरीदनगर निवासी नईम और भोजपुर थानाक्षेत्र के गांव देवीपुरा निवासी मोहम्मद अकरम के खिलाफ ई-कचरा एक्ट के तहत कार्रवाई की थी।

केस तीन
डिलारी पुलिस ने आठ अगस्त को संभल जनपद के बेगमसराय निवासी दानिश को गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से 150 बोरे ई-कचरा मिला था। अरोपी इस कचरे को ओपन टाटा ट्रक में भरकर ले जा रहा था। इसके अलावा डिलारी पुलिस ने ही 23 मई को भोजपुर थानाक्षेत्र के गांव बसावनपुर निवासी गुलाम, जैबुल मुस्तफा और आरिफ को एक ट्रैक्टर-ट्राली में भरे जले व अधजले ई-कचरे के साथ गिरफ्तार किया था।

केस चार
भोजपुर पुलिस ने 26 जून को ई-कचरे की बड़ी खेप पकड़ी थी। मोहल्ला फतेहपुरी निवासी मोहम्मद वसीम को 100 कुंतल ई-कचरे के साथ पकड़ा गया था। उसके खिलाई ई-कचरा अधनियिम और महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी।

संबंधित समाचार