बरेली: राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका की दूसरी बार राष्ट्रपति से पुरस्कृत होने की इच्छा
बरेली, अमृत विचार। छात्रों के उज्ज्वल भविष्य को संवारने में लगीं जीजीआईसी की प्रवक्ता अर्चना राजपूत को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए डा. भीमराव अंबेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इससे पूर्व 2019 में उन्हें राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह प्रदेश ही नहीं …
बरेली, अमृत विचार। छात्रों के उज्ज्वल भविष्य को संवारने में लगीं जीजीआईसी की प्रवक्ता अर्चना राजपूत को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए डा. भीमराव अंबेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इससे पूर्व 2019 में उन्हें राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में माध्यमिक शिक्षा की ओर से राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली पहली महिला शिक्षिका हैं। उनकी इस उपलब्धि पर कॉलेज प्रशासन समेत जिले के विभागीय अधिकारी भी गर्व महसूस कर रहे हैं।
प्रवक्ता अर्चना राजपूत का कहना है कि यह दोनों पुरस्कार कोरोना के चलते दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें वर्चुअली सम्मानित किया गया था। उनकी मंशा है कि वे राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुत होकर सम्मानित होना चाहती हैं। इसके अलावा डा. भीमराव अंबेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार से बरेली की ही वालंटियर प्रिया आर्या को भी सम्मानित किया गया है।
कॉलेज में किया उद्यान का निर्माण
राष्ट्रीय सेवा योजना के अंर्तगत कार्यक्रम अधिकारी के तौर पर कार्यरत अर्चना राजपूत ने पर्यावरण संरक्षण की भावना से कॉलेज परिसर में ही उद्यान का निर्माण कराया है। पिछले कई वर्षों से वह इस उद्यान में बेहतरीन किस्म के पौधे रोपकर पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने में लगी हैं। इसके प्रति उनके समर्पण का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुरस्कार के तौर पर योजना के विकास के लिए धनराशि के अंश के जरिए हरे-भरे उद्यान को और सुंदर रूप दे रही हैं। इस उद्यान में लगभग सौ से ज्यादा पौधं को बकायदा ट्री गार्ड लगाकर संरक्षित किया गया है।
अंग्रेजी की प्रवक्ता अर्चना अपनी कक्षाओं में शिक्षण कार्य पूरा करने के बाद स्कूल में उद्यान के अलावा भी योजना के तहत पौधारोपण करती हैं। कॉलेज के उद्यान में बेशकीमती पौधों के साथ कई किस्म के फल और फूलदार पौधों को भी लगाया है। उद्यान की खूबसूरती देखकर कॉलेज में आने वाले लोग यहां सेल्फी लेने के लिए आतुर रहते हैं।
राष्ट्रीय सेवा योजना के अवार्ड समारोह में सभी अवार्डी को बुलाकर राष्ट्रपति के हाथों से मेडल व ट्रॉफी देकर सम्मानित किया जाए ताकि उस दौरन की तस्वीरों को आजीवन संभाल कर रख सकें और समाज के लोग भी इससे प्रेरणा लें। यह प्रयास कई सालों से कठिन परिश्रम और कॉलेज स्टॉफ के सहयोग से सफल हो सका है। – अर्चना राजपूत, प्रवक्ता, जीजीआईसी
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