बरेली: डेंगू मलेरिया फैलने का सीजन, एलाइजा मशीन खराब
बरेली, अमृत विचार। जिले में वायरल फीवर के साथ ही मलेरिया व डेंगू के मामलों की संख्या भी बढ़ने लगी है। मलेरिया के बढ़ते मामलों के बीच जिला अस्पताल में एलाइजा मशीन खराब होने के चलते जांच नहीं होने से मुश्किल हो रही है। मलेरिया की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग को सैंपल लखनऊ भेजने …
बरेली, अमृत विचार। जिले में वायरल फीवर के साथ ही मलेरिया व डेंगू के मामलों की संख्या भी बढ़ने लगी है। मलेरिया के बढ़ते मामलों के बीच जिला अस्पताल में एलाइजा मशीन खराब होने के चलते जांच नहीं होने से मुश्किल हो रही है। मलेरिया की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग को सैंपल लखनऊ भेजने पड़ रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग निजी लैब पर हुई मलेरिया की जांच को मान्यता नहीं देता है। अधिकारियों के अनुसार मलेरिया व डेंगू की पुष्टि को लेकर सिर्फ सरकारी स्तर पर होने वाली जांच को ही सही माना जाता है। निजी लैब संचालकों को निर्देश हैं कि अगर उनकी लैब में अगर पुष्टि होती है तो जिला अस्पताल में भी रोगी की पुन: जांच कराने के निर्देश हैं। ऐसे में जब तक लखनऊ में सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा, तब तक मरीज की हालत बेहद गंभीर होने की आशंका भी जताई जा रही है।
फिलहाल साधारण जांच ही संभव
जिला अस्पताल में मलेरिया, डेंगू की जांच को लेकर जो संसाधन हैं। उनसे से सिर्फ साधारण जांच की जा सकती है। दो तरह से मलेरिया, डेंगू की जांच होती है। एक एंटीजन टेस्ट जिसे साधारण जांच कहा जा सकता है। दूसरा आईजीएम टेस्ट (एंटी बॉडी) यह जांच महत्वपूर्ण होती है। एंटीजन टेस्ट में सिर्फ 3 दिन से पहले-पहले डेंगू वायरस की पुष्टि की जा सकती है। जिला अस्पताल में सिर्फ इसी टेस्ट से जांचें होंगी। जबकि आईजीएम टेस्ट में 3 दिन के बाद ही पुष्टि की जा सकती है। यह जांच सबसे महत्वपूर्ण होती हैं।
वायरल के मरीजों की संख्या में नहीं हो रही कमी
जिला अस्पताल में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। मंगलवार को जिला अस्पताल में 950 ये अधिक का पंजीकरण हुआ। इनमें सबसे ज्यादा वायरल फीवर, खांसी, जुकाम के मरीज रहे। जिला अस्पताल की ओपीडी में डॉक्टरों के कक्ष के बाहर मरीजों की लंबी लाइन देखने को मिली।
एडीएसआईसी डॉ. सुबोध शर्मा ने बताया कि मशीन को लेकर शासन से पत्राचार किया जा रहा है। जल्द ही एलाइजा मशीन ठीक होने की संभावना है।
