बरेली: ध्वस्त हुआ नन्हें लंगड़ा का ‘आशियाना’, अब तोड़ने का खर्चा भी वसूला जाएगा

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बरेली, अमृत विचार। स्मैक तस्करी से करोड़ों कमाने वाले नन्हें लंगड़ा उर्फ रियासत का बेशकीमती आशियाना अब पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। बीडीए ने पोकलेन मशीन की मदद से अशियाना बैंक्वेट हॉल को जमीजोद कर दिया। अब बिल्डिंग को तोड़ने पर होने वाले खर्च की वसूली को लेकर प्राधिकरण आंकलन करने में जुट गया …

बरेली, अमृत विचार। स्मैक तस्करी से करोड़ों कमाने वाले नन्हें लंगड़ा उर्फ रियासत का बेशकीमती आशियाना अब पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। बीडीए ने पोकलेन मशीन की मदद से अशियाना बैंक्वेट हॉल को जमीजोद कर दिया। अब बिल्डिंग को तोड़ने पर होने वाले खर्च की वसूली को लेकर प्राधिकरण आंकलन करने में जुट गया है। प्राधिकरण नियमवाली के तहत ही खर्च की रकम तय होने के बाद वसूली की प्रक्रिया की जाएगी।

दरअसल, स्मैक तस्करी के धंधे में लिप्त फतेहगंज पश्चिमी के मोहल्ला सराय निवासी तस्कर नन्हे लंगड़ा उर्फ रियासत का फतेहगंज पश्चिमी में बेहद महंगा बैंक्वेट हॉल बना हुआ है। कई अफसरों और नेताओं का सरंक्षण प्राप्त कर नन्हें लंगड़ा ने बिना नक्शा पास कराए बैंक्वेट हॉल का निर्माण कर दिया। अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य से भी इस इमारत का उद्घाटन तक कराया था। क्षेत्र में अपनी धमक दिखाने के लिए उसने खूब पैसा भी खर्च किया। प्राधिकरण ने बिना नक्शा पास बिल्डिंग निर्माण के संबंध में पहले नोटिस की कार्रवाई की, जब कोई जवाब नहीं आया तो प्राधिकरण ने बिल्डिंग को ध्वस्त करने के लिए अभियान चलाया।

काफी मजबूत थे बैंक्वेट हॉल के पोल
आशियाना बैंक्वेट हॉल के पोल इतने मजबूत थे दो दिन चले अभियान के तहत भी बीडीए की टीम उन्हें हिला नहीं सकी। इसके बाद बीडीए ने पोकलेन मशीन मंगाई और उससे बिल्डिंग को ध्वस्त किया गया। अधीक्षण अभियंता राजीव दीक्षित का कहना है कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने पर प्राधिकरण को लाखों रुपये का खर्च करना पड़ता है। बैंक्वेट हॉल को तोड़ दिया गया है उस पर जो खर्च आया है उसका आंकलन किया जा रहा है। नियमवाली के मुताबिक ही खर्च की रकम तय की जाएगी।

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