बाराबंकी: खाटू श्याम मंदिर में हुआ भारी जलभराव, श्रद्धालुओं की बढ़ी मुश्किलें

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बाराबंकी। तहसील फतेहपुर क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध श्री खाटू श्याम मन्दिर में भारी जलजमाव के चलते श्रद्धालुओं का दर्शन करना दुर्लभ हो गया है। क्षेत्र के स्थानीय जनता प्रतिनिधियों व प्रशासन ने क्षेत्र की बहुमूल्य धरोहर की सुरक्षा और संरक्षण से मुंह मोड़ लिया है। इसकी एक बानगी खाटू श्याम मंदिर में देखने को मिल रही …

बाराबंकी। तहसील फतेहपुर क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध श्री खाटू श्याम मन्दिर में भारी जलजमाव के चलते श्रद्धालुओं का दर्शन करना दुर्लभ हो गया है। क्षेत्र के स्थानीय जनता प्रतिनिधियों व प्रशासन ने क्षेत्र की बहुमूल्य धरोहर की सुरक्षा और संरक्षण से मुंह मोड़ लिया है। इसकी एक बानगी खाटू श्याम मंदिर में देखने को मिल रही है। यहां पर जलजमाव से सब संपूर्ण मंदिर प्रांगण जल में डूबा हुआ है। वहीं इस अव्यवस्था से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

तहसील फतेहपुर से 4 किमी दूर सधईपुरवा गांव मे प्रसिद्ध श्री खाटू श्याम मन्दिर स्थापित है। मान्यता है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संपूर्ण मनोकामनाएं पूर्ण होती है। ख्याति की बात करें तो यहां प्रतिदिन निर्धारित समय पर पांच आरती होती है, जिनमें शामिल होने के लिए यहां प्रतिदिन सैकड़ो श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।

प्रत्येक एकादशी को इस मन्दिर पर मेला लगने के साथ ही भव्य धार्मिक अनुष्ठान किये जाते है, जिससे यहां पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती रहती है। इस प्रमुख तीर्थ स्थल पर जाने के लिए फतेहपुर-सिहाली मार्ग से होते हुए ग्राम ईशेपुर-कुतलूपुर मार्ग पर ग्राम धमसड के पहले निकला सधईपुरवा गांव का खण्डंजा ही मुख्य व उपर्युक्त मार्ग है, लेकिन इस मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे व जलभराव की समस्या होने से मन्दिर आने वाले श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

वहीं दूसरा मार्ग पपेहरा गांव के पास से है जो कि कच्चा मार्ग है। इस कच्चे मार्ग को आस पड़ोस के काष्तकारों द्वारा काटकर संकरा कर दिया गया है, जिससे चार पहिया वाहनों को निकलने में भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। बरसात के समय में इस मार्ग पर अत्यधिक कीचड़ व जलभराव होने से श्रद्धालु पैदल भी नहीं निकल पाते है। ऐसे में पपेहरा व सधईपुरवा गांव में इण्टरलाकिंग या डामर रोड बनवाए जाने की अत्यन्त आवश्यकता है।

वहीं मन्दिर के सामने स्थित तालाब मे आस पास के खेतों का पानी व तालाब का पानी मन्दिर परिसर में घुस गया है। मंदिर के मुख्य मार्ग की साफ-सफाई न होने से गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है, लेकिन फिर भी प्रशासन या जनप्रतिनिधि इस गंभीर समस्या पर ध्यान नही दे रहे है, जिससे श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मन्दिर के संस्थापक/पुजारी संजय पटेल ने बताया कि मन्दिर आने वाले मार्गो के दुरुस्ती हेतु कई बार लोगो द्वारा उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया अफसोस अभी तक कोई कार्यवाही न होने से समस्या जस की तस बनी हुई है।

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