कारोबार: त्योहारी सीजन में ग्राहकों को लगा झटका, कंपनियों ने अपनाया ये फंडा
लखनऊ। कोरोना काल के बाद आए इस त्योहारी सीजन में कंपनियों ने एक नया फंडा बाजार में उतारा है। इस बार वह अपने उत्पाद को बेचने के लिए नगद में छूट देने के बजाए उत्पादों की वारंटी बढ़ाने का वादा कर रही हैं। बाजार के जानकारों का कहना है कि कंपनियां इस तरह के फंडे …
लखनऊ। कोरोना काल के बाद आए इस त्योहारी सीजन में कंपनियों ने एक नया फंडा बाजार में उतारा है। इस बार वह अपने उत्पाद को बेचने के लिए नगद में छूट देने के बजाए उत्पादों की वारंटी बढ़ाने का वादा कर रही हैं। बाजार के जानकारों का कहना है कि कंपनियां इस तरह के फंडे से जहां एक तरफ अपना घाटा पूरा करेंगी तो दूसरी ग्राहकों को भी कोई निराशा नहीं होगी।
एक के बजाए तीन वर्ष वारंटी का तोहफा
त्योहारी सीजन में सबसे ज्यादा ग्राहक इलेक्ट्रानिक उत्पादों को अपने घर ले जाने के लिए लालायित रहता है। कंपनियां भी इस बात को भलीभांति समझती हैं लेकिन इस बार इन कंपनियों ने ग्राहकों को अलग तरीके से रिझाने का प्रयास किया है। शहर में एक बड़े शोरूम के मालिक नितिन अग्रवाल बताते हैं कि एलईडी टीवी, वाशिंग मशीन, माइक्रोवेव, म्यूजिक सिस्टम, एयरकंडीशनर और रेफ्रीजरेटर जैसे उत्पादों में अभी तक कंपनियों ने कोई छूट का आफर नहीं दिया है। उनका कहना है कि इस बार बड़ी कंपनियां जैसे सैमसंग,एलजी, व्हर्लपूल,वोल्टास ने अपने उत्पादों पर वारंटी बढ़ाई है। वह बताते हैं कि यह वारंटी एक से दो वर्ष या तीन वर्ष दी जा रही है।
ऑनलाइन बिक्री को झटका, सेल में शोरूम निकले आगे
नाका बाजार के थोक बाजार के शोरूम मालिक ज्यादा उत्साहित हैं। वजह केवल यह है कि बड़ी ई-कामर्स कंपनियों के चलाए सेल बाजार को ग्राहकों ने ज्यादा तवज्जो नहीं दी। थोक बाजार के डीलर टोनी अग्रवाल बताते हैं कि यह बड़ी कंपनियां हर बार कम दाम के चक्कर में कंपनियों के पुराने मॉडल बाजार में बेच रही थीं। इस बार केन्द्र सरकार के बनाए नियम इनके लिए घातक सिद्ध हो गए। नियम के अनुसार इन्हें मॉडल का नम्बर और प्रोडक्ट वर्ष भी बताना है। एसे में ऑनलाइन खरीदारी करने वाले ग्राहकों ने जब बाजार से इनके दाम और पुराने उत्पादों का नफा नुकसान देखा तो बाजार का उत्पाद ऑनलाइन के मुकाबले ज्यादा बिका।
