बरेली: पशु अस्पताल खस्ताहाल, ग्रामीणों में रोष

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भदपुरा, अमृत विचारा। विकास खंड के गांव मेथी नवदिया में पशुओं में खुरपका, मुंहपका, हैजा जैसी खतरनाक बीमारियां फैलने से रोज दो-तीन पशुओं की मृत्यु हो रही है जिससे ग्रामीणों में बेहद रोष है। यहां लगभग 40 लाख रुपए की लागत से 2 साल पूर्व वर्तमान भाजपा विधायक स्वर्गीय केसर सिंह गंगवार के माध्यम से …

भदपुरा, अमृत विचारा। विकास खंड के गांव मेथी नवदिया में पशुओं में खुरपका, मुंहपका, हैजा जैसी खतरनाक बीमारियां फैलने से रोज दो-तीन पशुओं की मृत्यु हो रही है जिससे ग्रामीणों में बेहद रोष है। यहां लगभग 40 लाख रुपए की लागत से 2 साल पूर्व वर्तमान भाजपा विधायक स्वर्गीय केसर सिंह गंगवार के माध्यम से राजकीय पशु चिकित्सालय बनवाया गया था, जो कि बंद पड़ा है। मेन गेट पर ताला लगा हुआ है जिससे अस्पताल के अंदर बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग आई हैं।

ग्राम प्रधान ने बताया कि 2-3 जानवर प्रतिदिन बीमारी के कारण मर रहे हैं। गांव में पशु चिकित्सालय होने पर भी उसमें न तो कोई कर्मचारी या अधिकारी आता है और न ही देखभाल के लिए कोई सफाईकर्मी है क्योंकि मेन गेट पर हमेशा ताला लगा रहता है। गांव में जानवरों के लगातार मृत्यु से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। उधर डॉक्टरों को फोन करते हैं तो वे कहते हैं कि सरकार हमें पैसे नहीं देती है।

वही पूर्व प्रधान कन्धईलाल, सुखलाल,गेंदल लाल, गिरीश, कृष्णपाल, मुक्ता प्रसाद, हेमेंद्र प्रसाद, नबी अहमद ,दीपक, रामसिंह ,सोमपाल, सर्वेश, ओम प्रकाश, पुरुषोत्तम, उमाकांत आदि ग्रामीणों ने बताया कि उनके पशुओं की बीमार होने पर मृत्यु हो चुकी है, अगर गांव में पशु डॉक्टर बैठे होते तो शायद वह बच जाते।

लगातार जानवरों की मौत से सभी ग्रामीणों में भारी रोष है और प्रशासन से मांग की है कि या इस पशु चिकित्सालय को सभी सुविधाओं के साथ चालू करवाया जाए या फिर इस पर बुलडोजर चलवा दें, कम से कम लगेगा कि यहां पर कुछ चिकित्सालय था ही नहीं।

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