अयोध्या: नहीं रहे सुप्रसिद्ध कवि व आलोचक डॉ. जगन्नाथ त्रिपाठी

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अयोध्या। सुप्रसिद्ध कवि व आलोचक और जिले की संस्कृति के प्रतीक कामता प्रसाद सुन्दरलाल साकेत महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. जगन्नाथ त्रिपाठी नहीं रहे। मंगलवार को उनका निधन हो गया। वह कुछ दिनों से अस्वस्थ थे। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उपचाराधीन जगन्नाथ का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। …

अयोध्या। सुप्रसिद्ध कवि व आलोचक और जिले की संस्कृति के प्रतीक कामता प्रसाद सुन्दरलाल साकेत महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. जगन्नाथ त्रिपाठी नहीं रहे। मंगलवार को उनका निधन हो गया। वह कुछ दिनों से अस्वस्थ थे। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उपचाराधीन जगन्नाथ का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। इनके निधन की खबर मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।

डॉ. त्रिपाठी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वह प्रभावशाली कवि थे और उनका कविता संग्रह “करुणालय” इसका ज्वलंत उदाहरण है। वह गज़लें भी लिखते थे और उन्हें मुशायरों में सुनाया करते थे। अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू और संस्कृत भाषाओँ के विद्वान थे त्रिपाठी ने अंग्रेजी में एक पुस्तक लिखी थी “शेक्सपियर एंड आइ” जो डॉ साहब की विद्वत्ता को दर्शाती है।

हुसैन डे पर उनके द्वारा उर्दू में की जाने वाली तकरीरें लोगों द्वारा लम्बे समय तक याद की जाएंगी। फैजाबाद और अयोध्या की संस्कृति में उन्हें एक सांस्कृतिक पुल के रूप में जाना जाता था। हिन्दू और मुस्लिम समुदाय में सामान रूप से लोकप्रिय डॉ. त्रिपाठी ने सभी को धर्म समभाव और सहिष्णुता का संदेश दिया और उसे अपने व्यवहार में भी स्थान दिया। उनको चाहने वालों में सभी धर्म और जाति के लोग शामिल होते थे।

बरेली: पूर्व आवंला सांसद राजवीर सिंह का निधन, दिल्ली के निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस

उत्तर प्रदेश के बरेली में आंवला लोकसभा सीट से सांसद रहे राजवीर सिंह का बुधवार सुबह दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें सांस की बीमारी थी। दिल्ली में ही उनका इलाज होता था। दो दिन पहले जब उनकी तबियत बिगड़ी तो परिवार वाले दिल्ली लेकर भाग गए।

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