रुद्रपुर: साहब! न स्टाफ न उपकरण, ये कैसा एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर
ओपी चौबे, अमृत विचार, रुद्रपुर। शहर में खूंखार कुत्तों के हमले के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और इन जानवरों पर नियंत्रण रखने के लिए नगर निगम अब भी पूरी तरह से संसाधन नहीं जुटा सका है। निगम में एबीसी ( एनिमल बर्थ कंट्रोल) सेंटर बनने के बाद भी इन पशुओं की क्रूरता रोकने …
ओपी चौबे, अमृत विचार, रुद्रपुर। शहर में खूंखार कुत्तों के हमले के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और इन जानवरों पर नियंत्रण रखने के लिए नगर निगम अब भी पूरी तरह से संसाधन नहीं जुटा सका है। निगम में एबीसी ( एनिमल बर्थ कंट्रोल) सेंटर बनने के बाद भी इन पशुओं की क्रूरता रोकने के लिए तैयार नहीं है।
शहर में तीन हजार से ज्यादा आवारा कुत्तों की संख्या बताई जाती है। खेड़ा सहित कई क्षेत्रों में प्रतिदिन कुत्तों के काटने के मामले सामने आते हैं। लोग घायल होते हैं तो वहीं बच्चे भी इन जानवरों के हमलों से जूझते हैं। नगर निगम द्वारा इन जानवरों पर नियंत्रण रखने का काम किया जाता है। इन्हें पकड़ कर एबीसी सेंटर में नसबंदी कर इनकी क्रूरता कम करने और संख्या नियंत्रित करने का प्रयास किया जाता है। नगर निगम में इसके लिए एबीसी सेंटर का भवन तो बनकर तैयार है, लेकिन फिलहाल यह चालू नहीं किया जा सका है। इस सेंटर में स्टाफ से लेकर कई उपकरण नहीं होने से यह दिक्कत आ रही है।
पिछले साल 2915 लोगों पर कर चुके हैं हमला
वर्ष 2021 में जनवरी से दिसंबर तक शहर के 2915 लोगों पर आवारा कुत्ते हमला कर चुके हैं। इन लोगों में बच्चों की संख्या भी काफी है। बताते हैं कि घर से बाहर खेलते बच्चों से लेकर बाइक से जाते लोगों तक पर ये जानवर हमला कर देते हैं। कई बार इनके हमले लोगों के लिए बहुत ज्यादा घातक रहे हैं।
बुधवार को 17 लोगों को काटा
इन आवारा जानवरों ने बुधवार को 17 लोगों को काट लिया। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में हुई घटनाओं के बाद इन लोगों ने जिला अस्पताल मे उपचार कराया। इन्हें एंटी रेबीज का इंजेक्शन भी लगाया गया है। अस्पताल में पुराने सहित कुल 27 लोगों को यह इंजेक्शन लगाया गया है।
अस्पताल में लगातार कुत्ता काटने के मामले बढ़ रहे हैं। बुधवार को भी डेढ़ दर्जन के करीब नए मामले सामने आए हैं। प्रतिदिन 20 से ज्यादा लोगों को एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगाया जाता है। – बीएन बेलवाल, फार्मासिस्ट, जिला अस्पताल
शहर में एबीसी सेंटर बन कर तैयार है। बिजली व पानी की भी व्यवस्था हो गई है। सेंटर में उपकरण ऑपरेशन थियेटर, दवाइयों के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। – दीपक गोस्वामी, सहायक नगर आयुक्त
