यूपी चुनाव 2022: केशव मौर्य का दावा- मुस्लिम बूथों पर भी खिलेगा इस बार ‘कमल’
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने पिछले पांच साल में प्रदेश की कानून व्यवस्था दुरुस्त किये जाने का असर समाज के सभी वर्गों में होने का हवाला देते हुए दावा किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुस्लिम बहुल मतदान स्थलों पर भी ‘कमल’ खिलना तय है। मौर्य ने यूनीवार्ता को दिये साक्षात्कार …
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने पिछले पांच साल में प्रदेश की कानून व्यवस्था दुरुस्त किये जाने का असर समाज के सभी वर्गों में होने का हवाला देते हुए दावा किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुस्लिम बहुल मतदान स्थलों पर भी ‘कमल’ खिलना तय है।
मौर्य ने यूनीवार्ता को दिये साक्षात्कार में कहा कि एक साजिश के तहत भारती जनता पार्टी (भाजपा) को पहले दलित विरोधी बताया गया और फिर मुस्लिम विरोधी होने का तमगा दिया गया। लेकिन, पिछले सात सालों में केन्द्र की मोदी सरकार और पांच सालों में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जिस तरह से बिना कोई भेदभाव किये सभी वर्गों के उत्थान के काम किये, उसकी बदौलत कालांतर में खड़ी की गयी दीवारें अपने आप ढह गयी हैं।
भाजपा के प्रति विश्वास को लेकर मुस्लिम समुदाय में आज भी हिचक होने के सवाल पर मौर्य ने कहा, “पांच साल का हमारा काम इस बात का प्रमाण पत्र है कि आज अगर आप पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जायें तो मुस्लिम महिलायें भाजपा को वोट देने की बात खुलकर कहती हैं। इसकी वजह पूछो तो बताते हैं कि हम अब सुरक्षित महसूस करते हैं। क्योंकि आज सुरक्षा, जैसे हिंदू परिवारों की है, वैसे ही मुस्लिम परिवारों की भी है।”
केशव मौर्य ने हिंदू मुस्लिम की दीवार खड़ी करने का विरोधी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा, “हमसे कोई दूर नहीं है। पहले भाजपा को दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक विरोधी बना दिया गया था, एक दीवार खड़ी कर दी गयी थी, जिससे ना भाजपा उन्हें देख पाये और ना वे भाजपा को देख पायें। लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में इन दीवारों को धराशायी कर दिया गया और अब कभी यह दीवार खड़ी ही नहीं हो पायेगी।”
उन्होंने दलील दी कि वैसे भी हर मुसलमान तो दंगाई नहीं होता है। हर वर्ग में बहुत से लोग सही होते हैं तो कुछ गलत भी होते हैं। आने वाले चुनाव में ऐसे सही लोग, भाजपा सेे उन्हें दूर करने की विरोधियों की योजनाबद्ध साजिश का पर्दाफाश कर देंगे। मौर्य ने कहा, “मैं विश्वास से कह सकता हूं कि जैसे अगड़ा, पिछड़ा और दलित सहित सभी वर्ग, भाजपा की झोली अपने कमल के फूल रूपी वोट से भरते हैं, वैसे ही मुस्लिम बूथों पर भी इस बार भाजपा का कमल खिलेगा।”
उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव परिणाम चौंकाने वाला होगा और वहां भाजपा को 2017 से भी ज्यादा वोट इस चुनाव में मिलेंगे। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा चुनाव में इस बार मुफ्त बिजली और 22 लाख नौकरियां देने के वादे को मौर्य ने कोरी बकवास बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन की सरकार में गरीबों के लिये राशन वितरण से लेकर बिजली, सड़क और पानी सहित मूलभूत जरूरतों की पूर्ति के लिये ऐतिहासिक काम हुए। इसलिये जनता की नजरों में अब बिजली, सड़क और पानी कोई मुद्दा ही नहीं है।
केशव मौर्य ने कहा, “जहां तक इस चुनाव के मुद्दे की बात है तो मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि पिछले पांच साल में बिजली, पानी और सड़क मुद्दा ही नहीं है, क्योंकि लोगों को अब इन जरूरतों की पूर्ति हो रही है। लोग यह भी जानते हैं कि सपा शासन में बिजली के लिये त्राहि त्राहि थी, सिंचाई के लिये पानी नहीं मिलता था। ऐसे में सपा के अराजक राज की उप्र में कोई भी वापसी नहीं चाहता है।”
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