हरदोई: चौथे चरण के चुनाव के दो दिन पहले शाहाबाद के बीजेपी नगर अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, हड़कंप
हरदोई। जिले में चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होने वाला है लेकिन उससे पहले ही हरदोई की जिस शाहाबाद सीट पर सबसे ज्यादा कड़ा मुकाबला और घमासान की स्थिति दिखाई दे रही है उस सीट पर भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी और अंतर्कलह भी सतह पर आती हुई दिखाई दे रही है। फिलहाल इस …
हरदोई। जिले में चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होने वाला है लेकिन उससे पहले ही हरदोई की जिस शाहाबाद सीट पर सबसे ज्यादा कड़ा मुकाबला और घमासान की स्थिति दिखाई दे रही है उस सीट पर भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी और अंतर्कलह भी सतह पर आती हुई दिखाई दे रही है। फिलहाल इस इस्तीफे की घटना से यह स्पष्ट हो रहा है कि भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
बीजेपी जिलाध्यक्ष पर मंडल अध्यक्ष ने लगाए गंभीर आरोप
सोमवार को शाहाबाद भाजपा के नगर मंडल अध्यक्ष अमर रस्तोगी ने भाजपा जिला अध्यक्ष सौरभ मिश्र पर गंभीर आरोप लगाते हुए नगर अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। अमर रस्तोगी ने इस्तीफे का पत्र जारी करते हुए अपने इस्तीफे में लिखा है कि भाजपा जिलाध्यक्ष सौरभ मिश्र के द्वारा लगातार दलितों और पिछड़ों के प्रति दूषित मानसिकता के कारण व लगातार भेदभाव पूर्ण कार्य किए जाने के कारण वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
शाहाबाद में बढ़ीं भाजपा की मुश्किलें
भाजपा नगर अध्यक्ष अमर रस्तोगी के द्वारा इस्तीफा दिए जाने की खबरों के बाद से शाहाबाद में भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई है और भाजपा के शाहाबाद नगर अध्यक्ष रहे अमर रस्तोगी को मनाने की कोशिशें भी तेज हो गई हैं। शाहाबाद सीट पर इस बार भारतीय जनता पार्टी की ओर से रजनी तिवारी को चुनावी मैदान में उतारा गया है जिन्हें सपा के प्रत्याशी पूर्व विधायक आसिफ खां बब्बू कड़ी चुनौती देते हुए दिखाई दे रहे हैं और दोनों के बीच मुकाबला कांटे का माना जा रहा है।
अंतर्कलह को समाप्त करने का प्रयास कर रही बीजेपी
चुनाव के समय भाजपा में चल रही अंदरूनी गुटबाजी और अंतर्कलह के इस प्रकार सामने आने से शाहबाद की उस सीट पर भाजपा की मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं जिस पर 1 दिन के बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी। अमर रस्तोगी के इस्तीफे के बाद विपक्ष के नेताओं को भी मुद्दा मिल गया है और अमर रस्तोगी के बहाने विपक्षी दलों के नेताओं व समर्थकों ने भाजपा पर फारिग होना शुरू कर दिया है।
भाजपा के स्थानीय नेता व जिला स्तरीय नेता हालांकि प्रयास कर रहे है कि किसी प्रकार चुनाव के ठीक पहले की अंतर्कलह को किसी प्रकार से समाप्त किया जा सके। अब आगे देखना होगा कि मतदान की प्रक्रिया शुरू होने के एक दिन पहले अमर रस्तोगी के द्वारा दिया गया इस्तीफा शाहाबाद की विधानसभा में क्या गुल खिलाता है।
फिलहाल इस्तीफे के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है इससे पूर्व बिलग्राम क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी ने अपने ही दल के एक कद्दावर नेता पर आरोप लगाया था । हरदोई सदर क्षेत्र पर भी भाजपा प्रत्याशी को भाजपा के ही लोग फूटी आंख नहीं देखना चाहते हैं । यही वजह रही कि सदर क्षेत्र में खाटी भाजपाई चुनाव में दूर-दूर तक नजर नहीं आए। जिला अध्यक्ष भी पूरे चुनाव के दौरान खाटी भाजपाइयों और भाजपा में आए गैर दलों के लोगों के बीच की दूरी को नहीं पढ़ पाए।
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