हल्द्वानी: 66 साल बाद न्यू लक्ष्मी टॉकेज बना लक्ष्मी सिनेप्लेक्स, सिने प्रेमियों को मिली सौगात
हल्द्वानी, अमृत विचार। कभी दर्शकों की भीड़ से गुलजार रहने वाले सिनेमा घर आज मल्टीप्लेक्स के दौर में करीब करीब ठप से हो गए हैं। बात अगर हल्द्वानी की करें तो कुछ साल पहले तक शहर में लक्ष्मी, प्रेम, नाहिद और सरगम सिनेमा हॉल संचालित होते थे। यहां फिल्म देखने के लिए हर वर्ग के …
हल्द्वानी, अमृत विचार। कभी दर्शकों की भीड़ से गुलजार रहने वाले सिनेमा घर आज मल्टीप्लेक्स के दौर में करीब करीब ठप से हो गए हैं। बात अगर हल्द्वानी की करें तो कुछ साल पहले तक शहर में लक्ष्मी, प्रेम, नाहिद और सरगम सिनेमा हॉल संचालित होते थे। यहां फिल्म देखने के लिए हर वर्ग के लोग जुटते थे। लेकिन मल्टीप्लेक्स और केबल, डीटीएच, स्मार्ट फोन के जमाने का दौर आते आते सिंगल स्क्रीन सिनेमा घर बंद होने के कगार पर पहुंच गए।

कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी की बात करें तो करीब 66 साल पहले लाला खेम चंद्र अग्रवाल ने न्यू लक्ष्मी सिनेमा हॉल शुरू किया था जो आगे चलकर उनके बेटे राज नारायण अग्रवाल ने संभाला। इस दौरान लक्ष्मी सिनेमा हॉल फिल्म देखने के शौकीनों का गढ़ बना रहा। लेकिन बीते कुछ सालों से लक्ष्मी सिनेमा हॉल भी संचालित नहीं हो रहा था।
ऐसे में मंगलवार को एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र समेत गणमान्य जनों की मौजूदगी में स्वर्गीय राज नारायण अग्रवाल के पुत्र सुरेश चंद्र अग्रवाल ने अपने पुत्रों के साथ लक्ष्मी सिनेप्लेक्स की शुरुआत की। ऐसे में एक बार फिर सिने प्रेमियों को सिंगल पर्दे पर फिल्म देखने की सौगात मिल गई है। पहले दिन दर्शकों को तीन शो में फिल्म बधाई हो देखने को मिली।

इस मौके पर सुशील कुमार अग्रवाल, नरेश अग्रवाल, लक्ष्मण अग्रवाल, शशांक अग्रवाल, मोहित अग्रवाल, विभोर अग्रवाल, मीना अग्रवाल, डॉ. प्रमोद अग्रवाल गोल्डी, तरुण बंसल ,प्रेम अग्रवाल, मेयर डॉ. जोगेंद्र रौतेला, भगवान सहाय अग्रवाल, तनुज गुप्ता, रिषी अग्रवाल आदि रहे।
