म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के दमन को ‘नरसंहार’ घोषित कर सकता है अमेरिका
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों पर वर्षों से हो रहे अत्याचारों को ‘नरसंहार’ घोषित करने की तैयारी कर रहा है। अमेरिकी अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की सोमवार को यूएस होलोकॉस्ट मेमोरियल …
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों पर वर्षों से हो रहे अत्याचारों को ‘नरसंहार’ घोषित करने की तैयारी कर रहा है। अमेरिकी अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की सोमवार को यूएस होलोकॉस्ट मेमोरियल म्यूजियम में होने वाले एक कार्यक्रम में रोहिंग्या मुसलमानों के दमन को ‘नरसंहार’ घोषित करने की योजना है। इस घोषणा का मकसद म्यांमा की सैन्य सरकार के खिलाफ नए कदम नहीं उठाना है, क्योंकि वह पहले से ही रोहिंग्या जातीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभियान को लेकर अमेरिका के कई प्रतिबंधों का सामना कर रही है। म्यांमा की सेना ने साल 2017 में पश्चिमी रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ अभियान चलाया था।
हालांकि, अमेरिका के इस कदम से म्यांमा सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ सकता है, जो द हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत में पहले से ही नरसंहार के आरोपों का सामना कर रही है। मानवाधिकार समूह और सांसद अमेरिका के पूर्ववर्ती ट्रंप प्रशासन और मौजूदा बाइडन प्रशासन, दोनों पर ही रोहिंग्या मुसलमानों पर होने वाले अत्याचारों को नरसंहार घोषित करने का दबाव बनाते रहे हैं।
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