टनकपुर: गर्भस्थ शिशु की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन को ठहराया जिम्मेदार
टनकपुर, अमृत विचार। लोहाघाट के पाटी ब्लाक के पटनगांव के ग्रामीणों ने गर्भस्थ शिशु की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने पाटी अस्पताल में प्रदर्शन किया। उन्होंने शीघ्र मामले में उचित कार्रवाई नहीं किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। पटनगांव निवासी बबलू पाटनी का कहना …
टनकपुर, अमृत विचार। लोहाघाट के पाटी ब्लाक के पटनगांव के ग्रामीणों ने गर्भस्थ शिशु की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने पाटी अस्पताल में प्रदर्शन किया। उन्होंने शीघ्र मामले में उचित कार्रवाई नहीं किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
पटनगांव निवासी बबलू पाटनी का कहना है कि उसकी भाभी 20 वर्षीय पूजा पाटनी पत्नी भुवन पाटनी को शनिवार को प्रसव पीड़ा उठी। उपचार के लिए उन्हें पीएचसी पाटी में भर्ती कराया। बताया कि परीक्षण के बाद स्टाफ नर्स पूजा खड़ायत ने प्रसव में एक माह का समय शेष होने की बात कही। इसके बाद स्टाफ नर्स ने गर्भवती को घर भेज दिया। इसके बाद शनिवार रात करीब 12 बजे गर्भवती को दोबारा से प्रसव पीड़ा उठी।
प्रसव के बाद महिला ने मृत शिशु को जन्म दिया। इधर, स्टाफ नर्स पूजा खड़ायत का कहना था कि पूजा पाटनी का अंतिम मासिक चक्र के अनुसार प्रसव का समय पूरा नहीं हुआ था। फरवरी माह में हुए अल्ट्रासाउंड परीक्षण में भी शिशु का वजन 1.750 ग्राम था, जो बच्चे के जिंदा रहने लिए बहुत कम था। हालांकि पीड़ित पक्ष ने इसे अपने बचाव में दी गई दलील बताया और निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है।
