एटा: बुजुर्ग महिला ने अपनी सूझबूझ से बचाई हजारों की जान, जानें कैसे

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एटा। 70 साल की एक बुजुर्ग महिला ओमवती ने एक बड़ा हादसा होने से बचा लिया। यह सब बुजुर्ग महिला की सूझबूझ का नतीजा रहा जिससे कई जानें बच गईं। बता दें, वृद्ध महिला ओमवती जलेसर रेलवे स्टेशन के पास थीं, जब उन्होंने देखा कि ट्रैक बीच में से टूटा हुआ है। थोड़ा दिमाग लगाया …

एटा। 70 साल की एक बुजुर्ग महिला ओमवती ने एक बड़ा हादसा होने से बचा लिया। यह सब बुजुर्ग महिला की सूझबूझ का नतीजा रहा जिससे कई जानें बच गईं। बता दें, वृद्ध महिला ओमवती जलेसर रेलवे स्टेशन के पास थीं, जब उन्होंने देखा कि ट्रैक बीच में से टूटा हुआ है। थोड़ा दिमाग लगाया और उन्होंने लाल साड़ी पहनी हुई थी, जिसे उतारकर ओमवती ने पटरियों के दोनों तरफ से बांध दिया।

मामला गुरुवार सुबह 8.00 बजे का है। एटा-जलेसर-टूंडला पैसेंजर ट्रेन एटा से चलकर टूंडला जा रही थी। कुशवाह गांव में पटरी टूटी हुई थी। गुलरिया गांव की रहने वाली ओमवती उसी रास्ते से अपने खेत की ओर जा रही थीं।

उनका ध्यान टूटी पटरी पर गया और देखा कि ट्रेन भी आने वाली है। अनहोनी को रोकने के लिए उन्होंने फौरन एक बड़ा फैसला लिया और अपनी लाल साड़ी से ट्रेन रोक दी।

बताया जा रहा है कि पहले ओमवती ने लोको पायलट को साड़ी दिखाकर रुकने का संकेत दिया। वह पटरी पर खड़े होकर ट्रेन के सामने साड़ी लहराती रहीं। फिर, लकड़ी लेकर दोनों ओर लाल साड़ी बांध दी। लोको पायलट ने संकेत समझ लिया और टूटे ट्रैक तक पहुंचने से पहले ही ट्रेन रोक दी।

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