जीवित मतदाताओं को मृत घोषित कर सबमिट कर दिया... श्यामलाल ने CEO को ज्ञापन सौंप कर की शिकायत
लखनऊ, अमृत विचार : सपा ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को दिए गए ज्ञापन में आरोप लगाया है कि प्रदेश की कई विधानसभा क्षेत्रों में बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) द्वारा जीवित मतदाताओं को मृत घोषित कर उनके गणना प्रपत्र सबमिट कर दिए गए हैं। शिकायतों के बावजूद जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जो अत्यंत गंभीर विषय है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने मंगलवार को ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं। सपा ने झांसी सदर विधानसभा क्षेत्र का मामला उठाते हुए आरोप लगाया है कि मतदेय स्थल संख्या-2 पर 23 मतदाताओं द्वारा भरे गए गणना प्रपत्र बीएलओ को जमा किए गए थे, लेकिन बाद में सभी 23 मतदाताओं को मृत घोषित कर दिया गया। ऑनलाइन जांच में भी मतदाता मृतक दर्शाए गए।
पार्टी ने कानपुर देहात के अकबरपुर रनिया विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में विसंगतियों का मुद्दा भी उठाया। यहां पर वर्ष 2003 की मतदाता सूची से वर्ष 2025 की वर्तमान सूची में नाम और पारिवारिक विवरण मेल नहीं खा रहे हैं । इसके अलावा बदायूं के शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र में एक सरकारी कर्मचारी, जो बूथ का बीएलओ है, उसे ही बूथ लेवल एजेंट नियुक्त कर दिया गया है। विपक्षी दलों के समर्थक मतदाताओं को एएसडी सूची में डालने का प्रयास किया जा रहा है। ज्ञापन सौंपते हुए के.के. श्रीवास्तव, डॉ. हरिश्चन्द्र सिंह और राधेश्याम सिंह ने भारत निर्वाचन आयोग से निष्पक्ष जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
