बरेली: जल संरक्षण के लिए तालाबों को बांध व नहर से जोड़ा जाएगा
बरेली, अमृत विचार। शासन की मनरेगा योजना के तहत प्रशासन द्वारा जल संरक्षण के लिए तालाबों को बांधों व नहर या अन्य जल स्रोतों से जोड़ने का काम किया जाएगा। यह काम बारिश के पहले पूरा किया जाना है, ताकि गर्मियों में सूख चुके तालाबों में पानी पहुंच सके। जिले में प्राचीन समय के करीब …
बरेली, अमृत विचार। शासन की मनरेगा योजना के तहत प्रशासन द्वारा जल संरक्षण के लिए तालाबों को बांधों व नहर या अन्य जल स्रोतों से जोड़ने का काम किया जाएगा। यह काम बारिश के पहले पूरा किया जाना है, ताकि गर्मियों में सूख चुके तालाबों में पानी पहुंच सके। जिले में प्राचीन समय के करीब 150 तालाब ऐसे हैं, जिनमें गर्मियों के समय पानी पूरी तरह सूख जाता है।
जबकि यह तालाब उस गांव या क्षेत्र के लिए बड़ा जल साधन होते हैं, जिनका पानी सिंचाई के साथ अन्य उपयोग में लिया जाता है लेकिन, अधिकांशत: गर्मियां आते ही ऐसे तालाब या तो पूरी तरह सूख जाते हैं या फिर उसमें जल का स्तर इतना कम हो जाता है कि उस जल का कोई उपयोग नहीं रह जाता है। वहीं तालाबों के सूखने से पशु-पक्षियों के लिए भी पानी पीने की समस्या हो जाती है।
ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण किये जाने के उद्देश्य से तालाबों को बांधों एवं नहर या अन्य जल स्रोतों से जोड़ा जाएगा। इसके लिए सभी बीडीओ को पत्राचार करके तालाबों में जल संरक्षण किये जाने के लिए बांध या नहर से जोड़ने के लिए नालियों का निर्माण करने का कार्य कराये जाने के निर्देश दिये हैं। बारिश शुरू होने से पहले जल संचयित किये जाने के लिए पूरी व्यवस्था कर ली जाएगी।
जल संकट न गहराये, इसके लिए मनरेगा के तहत तालाबों की खोदाई कराई जा रही है। साथ ही बारिश के पानी का संचयन किया जा सके, इसके लिए तालाबों को बांध, नहर व अन्य जल स्रोतों से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। —गंगाराम, डीसी मनरेगा
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