शाहजहांपुर: अपने ही विभाग में महिला कल्याण अधिकारी प्रताड़ित, दिया इस्तीफा

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शाहजहांपुर, अमृत विचार। मिशन शक्ति अभियान और महिला सशक्तीकरण का दायित्व निभाने वाले महिला कल्याण विभाग में तैनात महिला कल्याण अधिकारी रेखा शर्मा की प्रताड़ना का मामला सामने आया है। परेशान होकर महिला कल्याण अधिकारी ने तीन पेज में जिला प्रोवेशन अधिकारी (डीपीओ) गौरव मिश्रा पर 8 संगीन आरोप लगाते हुए महिला कल्याण निदेशक और …

शाहजहांपुर, अमृत विचार। मिशन शक्ति अभियान और महिला सशक्तीकरण का दायित्व निभाने वाले महिला कल्याण विभाग में तैनात महिला कल्याण अधिकारी रेखा शर्मा की प्रताड़ना का मामला सामने आया है। परेशान होकर महिला कल्याण अधिकारी ने तीन पेज में जिला प्रोवेशन अधिकारी (डीपीओ) गौरव मिश्रा पर 8 संगीन आरोप लगाते हुए महिला कल्याण निदेशक और डीएम को पत्र भेजा है। हालांकि डीपीओ ने सभी आरोपों को निराधार बताया है।

महिला कल्याण अधिकारी रेखा शर्मा ने पत्र में लिखा है कि वह महिला शक्ति केंद्र स्कीम में महिला कल्याण अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। असहाय, लाचार, विक्षिप्त, लावारिस दिव्यांगजनों को रेस्क्यू कर पुनर्वासित करती हैं। जून 2019 में तत्कालीन डीएम अमृत त्रिपाठी के निर्देशन में उन्होंने यह योजना बनाई। लिखा है कि अब तक 113 महिलाओं एवं पुरुषों को सुरक्षित उनके घर भेजा है।

साथ ही अपने द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों को दर्शाते हुए आरोप लगाया है कि इसके बाद भी डीपीओ निजी स्वार्थ सिद्ध न होने एवं बदनीयती की वजह से परेशान करते हैं। सबके सामने अपमान करते हैं। धमकियां देते हैं, जिससे वह मानसिक तनाव से गुजर रही हैं। कहा कि बेबस लाचार, अर्धविक्षिप्त महिलाओं के रेस्क्यु एवं उनके पुनर्वास के कार्य करने पर डीपीओ रोकते हैं।

महिलाओं के सहयोग, आश्रय, परामर्श, विधिक एवं चिकित्सीय सहायता के लिए 24 घंटे खुलने वाले वन स्टॉप सेंटर में आश्रय लेने वालों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। कुछ गर्भवती महिलाएं सड़क पर लावारिस एवं अर्धविक्षिप्त स्थिति में रेस्क्यू होती हैं, जो उनके साथ हुए किसी यौन अपराध का अंदेशा भी है, पर कुछ भी ठीक प्रकार से न बता पाने की स्थिति में हमारा अपनापन करते हैं। कार्यालय पहुंचकर सेल्फी भेजने, वाट्सएप लाइव लोकेशन भेजने का दबाव बनाया जाता है। आरोप लगाया कि लगातार प्रताड़ना से परेशान होकर वह अपने पद से इस्तीफा दे रही हैं।

वन स्टाप सेंटर पर अनतियमितताओं को आरोप
त्याग पत्र में उन्होंने अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए लिखा है कि वन स्टॉप सेंटर पर अधिकांश समय ताला लगा रहता है। महिला आरक्षियों के भरोसे पर सेंटर चलता है, पर इस बात को कभी गंभीरता से नहीं लिया गया। वन स्टॉप सेंटर में लगे सीसीटीवी निष्क्रिय कर दिए जाते हैं, ताकि वहां की संवेदनहीन गतिविधियों को नष्ट किया जा सके। ओएससी कर्मचारी एक-एक करके ड्यूटी करती हैं, एक दूसरे के हस्ताक्षर करती है।

डीपीओ की प्रताड़ना से आहत होकर अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं। अपना इस्तीफा जिलाधिकारी के अलावा महिला कल्याण निदेशक को भेजा है। जब से डीपीओ जिले में आए हैं, तब से उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं।—रेखा शर्मा, महिला कल्याण अधिकारी

रेखा शर्मा ने जो आरोप लगाए हैं वह पूरी तरह से निराधार हैं। रेखा शर्मा एक संविदा कर्मचारी हैं, जो पिछले आठ मार्च से गैरहाजिर चल रही है। अब मेरे ऊपर गलत आरोप लगाकर बचना चाह रही हैं। पूरा स्टाफ रेखा शर्मा के बारे में जानता है। उनकी इन्हीं हरकतों के चलते पूर्व के दो डीपीओ भी परेशान रहे थे। वह कोई काम नहीं करना चाहती हैं। कोई कहता है तो गलत आरोप लगा देती हैं।
—गौरव मिश्रा, जिला प्रोवेशन अधिकारी।

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