मुरादाबाद: गर्भवतियों के लिए वरदान बन रहा पीएम सुरक्षित मातृत्व अभियान
मुरादाबाद, अमृत विचार। जिले में गर्भवतियों के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान के तहत चलाए जा रहे एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान वरदान बन रहा है। अभियान में अब तक जिले की 4000 से अधिक गर्भवतियों की जांच व इलाज किया जा चुका है। इसका उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान की जटिलताओं को …
मुरादाबाद, अमृत विचार। जिले में गर्भवतियों के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान के तहत चलाए जा रहे एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान वरदान बन रहा है। अभियान में अब तक जिले की 4000 से अधिक गर्भवतियों की जांच व इलाज किया जा चुका है। इसका उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान की जटिलताओं को दूर कर सुरक्षित प्रसव कराना है।
- एक मई से चलाया जा रहा एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान
- दवाओं को लेकर गर्भवतियों में फैली भ्रांतियों को किया जा रहा दूर
- जच्चा- बच्चा की सुरक्षा के लिए जागरुकता अभियान चलाकर सुरक्षित प्रसव पर दिया जा रहा जोर
इन दिनों जच्चा-बच्चा की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग कई जागरुकता अभियान चलाकर सुरक्षित प्रसव पर जोर दे रहा है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस में हर सोमवार को जिला महिला चिकित्सालय समेत जिले के सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवतियों की जांच और इलाज किया जाता है। वहीं, एक मई से चलाए जा रहे एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान में अब तक जिले की 4000 से अधिक गर्भवतियों को लाभ मिल चुका है।
गर्भवतियों की हो रही यह जांच
अभियान में गर्भवतियों की प्रोटीन, सिफलिस, एचआईवी, हेपेटाइटिस, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, मधुमेह, अल्ट्रासाउंड टेस्ट आदि की जांच कराने के लिए भी सलाह दी। ताकि प्रसव के दौरान किसी तरह की जटिलता का सामना न करना पड़े।
अभियान में 4000 से अधिक महिलाएं हुईं लाभान्वित
जिला मातृत्व स्वास्थ्य परामर्शदाता प्रभारी संध्या सिंह ने बताया कि सोमवार को जिला महिला चिकित्सालय में उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों की जांच कराई जाती है। जिला महिला चिकित्सालय के अलावा प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी गर्भवतियों की जांच होती है। एक मई से चल रहे एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान में 4000 से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं। इनमें सूक्ष्म पोषक तत्व व कुपोषण को दूर करने के लिए कैल्शियम, आयरन, फॉलिक एसिड और एल्बेंडाजॉल की दवा दी जा चुकी है, जिससे प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा सुरक्षित रहे। गर्भवतियों में दवा के सेवन को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर किया जा रहा है।
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