मानव शरीर की प्राप्ति सबसे बड़ा वरदान: पंकज जी महाराज

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अमृत विचार, कुशीनगर। बाबा जयगुरुदेव के उत्तराधिकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज जी महराज ने श्रद्वालुओ को संवोधित करते हुए कहा कि मानव तन अनमोल है यह भव सागर से पार जाने का एक मात्र नौका है। कलयुग मे नाम योग साधना, सुरत शब्द की कमाई से प्रभु प्राप्ति सम्भव है परमात्मा के पास जाने का एक …

अमृत विचार, कुशीनगर। बाबा जयगुरुदेव के उत्तराधिकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज जी महराज ने श्रद्वालुओ को संवोधित करते हुए कहा कि मानव तन अनमोल है यह भव सागर से पार जाने का एक मात्र नौका है। कलयुग मे नाम योग साधना, सुरत शब्द की कमाई से प्रभु प्राप्ति सम्भव है परमात्मा के पास जाने का एक मात्र दरवाजा दोनो आखों के बीच से होती है जीवात्मा दोनो आखों के मध्य विराजमान है इसमें एक आंख, एक कान, एक नाक इन्हें खोलकर प्रभु की परासृष्टि को देखा जा सकता है।

श्री पंकज जी महाराज ने विकास खण्ड मोतीचक अन्तर्गत लालबहादुर शास्त्री इण्टर कालेज सिकटा पैकौली के समीप शनिवार को कहा कि परिवर्तन कानून वनाने से या तोड़ फोड़, आन्दोलन हड़ताल से नही होगा परिवर्तन जब लोगों का विचार व भावनाएं बदलेगी तभी होगा इसके लिए शुद्व खान पान का होना जरूरी है संत महात्मा किसी कौम, जाति, धर्म,मजहब की सीमा से बने नही होते है वे सबके होते है और सबके भलाई के लिए कल्याण करते है।जयगुरुदेव नाम के भजन से ही विश्व की शांति मिलेगी।

शाकाहारी का संदेश जन जन तक पहुंचाया जाय इसी से आत्मा का कल्याण होगा और देश मे वैचारिक क्रांति की लहर उठ खड़ी होगी और आमूल चूक परिवर्तन हो जाएगा। यह सत्संग विकास खण्डवार 10 जून से 18 जून तक चलेगा। महराज नेआगामी 11 जूलाई से 15 जूलाई तक मथुरा मे आयोजित गुरुपूर्णिमा पर श्रद्धालुओं को आने का निमत्रण भी दिया।

कजिलाध्यक्ष सवरू चौधरी, मंत्री जय कुमार राव उर्फ नन्हे बाबू, रामश्री चौहान, श्रीराम कुशवाहा, सुदामा कुशवाहा, चन्द्रहास वर्मा, मदन यादव, संजय वर्मा,बाबू राम यादव,कुवर वृजेश सिंह आदि मौजूद रहे।

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