म्यांमार में विरोध मार्च के दौरान जापानी पत्रकार गिरफ्तार, सैन्य शासन के खिलाफ चल रहा था मार्च

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बैंकॉक। म्यांमार के सबसे बड़े शहर में सैन्य शासन के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन को कवर कर रहे जापान के वीडियो पत्रकार को देश के सुरक्षा बलों ने हिरासत में लिया है। लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं ने यह जानकारी दी। रैली का आयोजन करने वाले यंगून डेमोक्रेटिक यूथ स्ट्राइक समूह के एक नेता तिप फोने के …

बैंकॉक। म्यांमार के सबसे बड़े शहर में सैन्य शासन के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन को कवर कर रहे जापान के वीडियो पत्रकार को देश के सुरक्षा बलों ने हिरासत में लिया है। लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं ने यह जानकारी दी। रैली का आयोजन करने वाले यंगून डेमोक्रेटिक यूथ स्ट्राइक समूह के एक नेता तिप फोने के अनुसार, टोक्यो स्थित एक वृत्तचित्र फिल्म के निर्माता तोरू कुबोता को शनिवार को यंगून में एक प्रदर्शन के बाद सादी वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने गिरफ्तार किया।

कई कार्यकर्ताओं की तरह, उन्होंने भी सैन्य अधिकारियों के खिलाफ सुरक्षा के लिए छद्म नाम का उपयोग किया। म्यांमार की सेना ने पिछले साल फरवरी में आंग सान सू की की चुनी हुई सरकार को हटाकर सत्ता पर कब्जा कर लिया था और तब से देश में सैन्य शासन ने असंतुष्टों पर कड़ी कार्रवाई की है। म्यांमा के ‘असिस्टेंस एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स’ द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कम से कम 2,138 आम नागरिक मारे गए हैं और सैन्य कब्जे के बाद से 14,917 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पिछले हफ्ते सैन्य शासन ने गुप्त जांच के बाद चार कार्यकर्ताओं पर आतंकवादी गतिविधि में संलिप्त होने का आरोप लगाते हुए उन्हें फांसी दी थी। म्यांमार सरकार की इस कार्रवाई की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीखी आलोचना हुई थी। तिप फोने ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को बताया कि शनिवार के जुलूस में दो प्रदर्शनकारियों को भी गिरफ्तार किया गया और एक को टाउनशिप पुलिस थाना में हिरासत में लिया गया। कई अन्य सरकार विरोधी समूहों द्वारा भी गिरफ्तारियों की सूचना दी गई थी।

जापान के उप मुख्य कैबिनेट सचिव सेजी किहारा ने सोमवार को कहा कि ‘‘20 साल के एक जापानी नागरिक’’ को शनिवार को यंगून में एक प्रदर्शन को कवर करने के दौरान गिरफ्तार किया गया था और तब से उन्हें स्थानीय पुलिस ने हिरासत में रखा है। किहारा ने कहा कि जापान के दूतावास के अधिकारी उनकी जल्द रिहाई का अनुरोध कर रहे हैं, तथा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके बारे में सूचना जुटाने का ‘‘हर संभव’’ प्रयास कर रहे हैं। जापानी दूतावास के एक अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर एपी को बताया कि एक जापानी नागरिक को हिरासत में लिए जाने की सूचना है। अधिकारी ने हालांकि विवरण देने से इनकार कर दिया।

उन्होंने बताया कि व्यक्ति को यंगून के एक पुलिस थाना में पूछताछ के लिए रखा गया है और दूतावास उसे रिहा कराने के लिए कार्रवाई कर रहा है। म्यांमा में लगभग सभी स्वतंत्र पत्रकारिता भूमिगत या निर्वासन में रहकर की जाती है। सैन्य सरकार ने लगभग 140 पत्रकारों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से करीब 55 को आरोपों या मुकदमे की सुनवाई जारी रहने के कारण हिरासत में रखा गया है। स्थानीय प्रकाशनों के लिए काम करने वाले अमेरिकी नागरिक नाथन माउंग और डैनी फेनस्टर और पोलैंड के स्वतंत्र पत्रकार रॉबर्ट बोसियागा और जापान के युकी किताजुमी के बाद कुबोता हिरासत में लिए जाने वाले पांचवें विदेशी पत्रकार हैं।

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