कानपुर: योगी के मंत्री राकेश सचान ने कोर्ट में किया सरेंडर, 31 साल पुराने मामले में दोषी
कानपुर। लघु उद्योग मंत्री राकेश सचान ने कोर्ट में सरेंडर किया। उनके अधिवक्ता ने न्यायालय से कहा कि राकेश सचान का सामाजिक जीवन है उन्हें बरी किया जाए। उन्हें सुनने के बाद एसीएमएम तीन अपने चैम्बर में चले गए। उन पर आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा चल रहा है। सुबह न्यायालय ने सुनवाई के लिए …
कानपुर। लघु उद्योग मंत्री राकेश सचान ने कोर्ट में सरेंडर किया। उनके अधिवक्ता ने न्यायालय से कहा कि राकेश सचान का सामाजिक जीवन है उन्हें बरी किया जाए। उन्हें सुनने के बाद एसीएमएम तीन अपने चैम्बर में चले गए। उन पर आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा चल रहा है। सुबह न्यायालय ने सुनवाई के लिए 10 अगस्त की तिथि निर्धारित की थी लेकिन दोपहर में सचान कोर्ट में हाजिर हो गए। ऐसे में सुनवाई हुई।
सोमवार सुबह से ही कचहरी में गहमागहमी का माहौल रहा। करीब 12:30 बजे के करीब मंत्री राकेश सचान कचहरी पहुंचे और नीचे चैंबर में ही रहे। वकीलों का पैनल कोर्ट रूम पहुंचा जहां जानकारी मिली की पहले से ही मामले की सुनवाई की तारीख निर्धारित की गई थी।
बताते चलें की 13 अगस्त 1991 को नौबस्ता एसओ ब्रज मोहन उदेनिया ने राकेश सचान के विरुद्ध मुकमा दर्ज किया था। राकेश के पास से उनके रिश्तेदार की रायफल मिली थी। राकेश उसका लाइसेंस नहीं दिखा पाए थे। उसी दिन नृपेंद्र सचान की हत्या हुई थी। मामले में शक था कि रायफल का प्रयोग उसकी हत्या में हुआ था। इसी मामले में शनिवार को राकेश पर दोष सिद्ध हुआ था और अदालत ने सजा सुनाने की तैयारी कर ली थी, लेकिन उनके वकील ने आदेश की पत्रावली ली और उसे राकेश सचान लेकर फरार हो गए थे।
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