आजादी के सात दिन बाद बरेली से शुरू हुई थी रोडवेज बस सेवा, जानें अहम बातें
बरेली, अमृत विचार। जिले में आजादी के सात दिन बाद भी परिवहन सेवा को शुरू कर दिया गया था। जिसके बाद धीरे-धीरे परिवहन सेवा का जिले में विस्तार होता गया। ई बसों के संचालन के साथ ही अब शहर में मेट्रो ट्रेन चलाने का भी खाका तैयार किया जा रहा है। आजादी के बाद से …
बरेली, अमृत विचार। जिले में आजादी के सात दिन बाद भी परिवहन सेवा को शुरू कर दिया गया था। जिसके बाद धीरे-धीरे परिवहन सेवा का जिले में विस्तार होता गया। ई बसों के संचालन के साथ ही अब शहर में मेट्रो ट्रेन चलाने का भी खाका तैयार किया जा रहा है। आजादी के बाद से अब तक जिले बरेली परिक्षेत्र में 44 आरएम चार्ज संभाल चुके हैं। सबसे पहले आरएम ने चार साल तक चार्ज संभाला।
आजादी के बाद बरेली में 22 अगस्त 1947 को रोडवेज की सेवा को यात्रियों के लिए शुरू कर दिया गया था। 1949 में राजकीय रोडवेज कहलाया था। बरेली को उस समय उत्तरी जोन बनाया गया था। जिसमें पिथौरागढ़, लोहाघाट, टनकपुर और कुमांयू समेत उत्तराखंड के अन्य हिस्से शामिल होते थे। उसके बाद साल 1972 में राजकीय रोडवेज से अलग उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम बन गया। जिसमें बरेली को परिक्षेत्र में बांट दिया गया। आजादी के बाद से अब तक 43 आरएम बदल चुके हैं। 44 वें आरएम मौजूदा समय में कार्यभार संभाले हुए हैं। सबसे पहले आरएम आरएल मेहरा थे। अब आरएम आरके त्रिपाठी बरेली रीजन की रोडवेज सेवा को बेहतर बनाने में लगे हुए हैं।
बरेली बस स्टेशन से बना पुराना बस अड्डा
आजादी के बाद रोडवेज की सेवा शुरु होने के बाद कोतवाली के पास स्थित बस अड्डे को बरेली बस स्टेशन का नाम दिया गया। अधिकारियों के अनुसार 2004 के अक्टूबर माह में शहर में दूसरे बस अड्डे के रूप में सेटेलाइट बस अड्डे का उद्घाटन किया गया था। जिसके बाद यात्री बरेली बस स्टेशन को पुराने बस अड्डे के नाम से जानने लगे। तब से लेकर आज तक उसे पुराने बस अड्डे के नाम से ही जाना जाता है। बरेली बस स्टेशन के पास ही रोडवेज की वर्कशाप हुआ करती थी लेकिन 2004 के बाद वर्कशाप को भी सेटेलाइट बस अड्डे के पास शिफ्ट कर दिया गया।
रोडवेज की सभी बसों पर लगाए जाएंगे तिरंगे
आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर सभी विभाग तैयारियों में जुटे हुए हैं। वहीं रोडवेज भी अमृत महोत्सव में देशभक्ति से सराबोर होगी। रोडवेज बसों में पर तिरंगा के स्टीकर लगाए जाएंगे। निगम स्तर से तिरंगा स्टीकरों का आना शुरू हो गया है। आरएम आरके त्रिपाठी ने बताया कि रोडवेज बस अड्डे से बस में सवार होने वाले यात्रियों में भी देशभक्ति जागेगी। वहीं अमृत महोत्सव के तहत दोनों बस अड्डों पर देशभक्ति की गाने बजेंगे। इसके अलावा शहर में चल रही ई बसों में तिरंगे के स्टीकर लगाए जाएंगे।
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