बरेली: कर्मयोगी मिशन की धज्जियां उड़ा रहे हैं झगड़ालू रेलकर्मी
बरेली,अमृत विचार। मिशन रेल कर्मयोगी के तहत बीते दिनों मुरादाबाद मंडल बरेली, देहरादून, हरिद्वार, हापुड़, शाहजहांपुर, हरदोई आदि रेलवे स्टेशनों के फ्रंटलाइन कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। दावा किया गया कि मिशन रेल कर्मयोगी के तहत फ्रंटलाइन स्टाफ को नागरिक केंद्रित प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए अपग्रेड और प्रशिक्षित किया गया। ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर्स, स्टेशन मास्टर्स, …
बरेली,अमृत विचार। मिशन रेल कर्मयोगी के तहत बीते दिनों मुरादाबाद मंडल बरेली, देहरादून, हरिद्वार, हापुड़, शाहजहांपुर, हरदोई आदि रेलवे स्टेशनों के फ्रंटलाइन कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। दावा किया गया कि मिशन रेल कर्मयोगी के तहत फ्रंटलाइन स्टाफ को नागरिक केंद्रित प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए अपग्रेड और प्रशिक्षित किया गया। ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर्स, स्टेशन मास्टर्स, बुकिंग क्लर्क, पार्सल क्लर्क और गुड्स क्लर्क आदि को ट्रेनिंग दी गई। मगर इसका असर जमीन पर नहीं दिख रहा। काम के दबाव में झगड़ालू कर्मचारी कभी सीनियर से उलझ जाते हैं तो कभी जूनियरों पर रौब झाड़ते हैं। कुल मिलाकर झगड़ालू रेलकर्मचारी मिशन कर्मयोगी की धज्जियां उड़ा रहे हैं। हालांकि विभाग द्वारा ऐसे मामलों पर संज्ञान लेने की बात कही जा रही है। बीते दिनों जंक्शन पर यार्ड मास्टर और शंटिंग मैन के बीच हुए विवाद के बाद मुख्यालय से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है।
दरअसल जंक्शन पर इन दिनों यार्ड मास्टरों से डिप्टी एसएस की जगह ड्यूटी स्टेशन मास्टर कार्यालय पर कराई जा रही है। काम के दबाव में कर्मचारी आपा खो दे रहे हैं। बुधवार को जंक्शन पर एक यार्ड मास्टर डिप्टी एसएस की ड्यूटी कर रहा था। मुगलसराय एक्सप्रेस की शंटिंग के दौरान वह न सिर्फ शंटिंग मैन से भिड़ा बल्कि तू तड़ाक की भाषा का भी इस्तेमाल किया। जिसके बाद दोनों के बीच जमकर बहस हुई। स्टेशन के अन्य स्टाफ ने दोनों में बीच बचाव कराया। इससे पहले इसी यार्ड मास्टर ने एक महिला रेल कर्मचारी के बेटे से बदसलूकी की। दरअसल महिला रेल कर्मचारी रेलवे स्कूल में काम करती है। इलाज के लिए वह इज्जतनगर रेलवे मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती हो गई। चूंकि महिला उत्तर रेलवे में तैनात है, इज्जतनगर मंडल पूर्वोत्तर रेलवे के तहत आता है। इसलिए मंडल चिकित्सालय की तरफ से घोषणा पत्र मांगा गया जिस पर मुहर लगवाने महिला रेल कर्मचारी का बेटा बरेली जंक्शन स्टेशन मास्टर कार्यालय पहुंचा तो यार्ड मास्टर बिगड़ने लगा। मामला तूल पकड़ा तो यह बात मुख्यालय तक पहुंची और जांच कर पूरे मामले की रिपोर्ट देने को कहा गया। जिसमें अब बदजुबान यार्ड मास्टर को अधिकारी बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
रेल की पेशेवर छवि को धूमिल कर रहे झगड़ालू कर्मचारी
बुधवार को हुआ झगड़ा भले ही दो कर्मचारियों के बीच का आपसी विवाद रहा हो मगर जंक्शन के अधिकारी और कर्मचारी तो इसे रोज होने वाला विवाद बता रहे हैं। शुक्रवार दोपहर ड्यूटी कर रहे एक स्टेशन मास्टर ने बताया कि ऐसा झगड़ा तो कर्मचारियों के बीच होता रहता है। जाहिर है जब रेलवे के कर्मचारी ही इस बात को कबूल कर रहे हैं तो यह झगड़ालू कर्मचारी किस प्रकार से रेल की पेशेवर छवि को धूमिल करने का काम कर रहे हैं,समझा जा सकता है।
कर्मचारियों के व्यवहार पर नजर रखेगा रेल प्रशासन
यह मामला सामने आने के बाद अब आला अधिकारी कर्मचारियों के व्यवहार पर नजर रखने की बात कह रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि व्यवहार ठीक रखना तो ट्रेनिंग का बेसिक हिस्सा है। इसको अगर कोई छिन्न भिन्न करता तो उसके खिलाफ शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही ऐसे कर्मचारियों की निगरानी भी कराई जा रही है।
रेल कर्मचारियों को अपग्रेड करने और उनको व्यवहार सुधारने के लिए कर्मयोगी की ट्रेनिंग दी गई है। रेल कर्मचारी यात्रियों और अपने सहकर्मियों से अच्छा व्यवहार करें यह तो उनकी बेसिक ट्रेनिंग का हिस्सा है। बावजूद इसके किसी कर्मचारी के खिलाफ इस प्रकार की शिकायत मिलती तो विभागीय कार्रवाई की जाती है।—सुधीर सिंह, सीनियर डीसीएम, मुरादाबाद रेल मंडल