बरेली: अदा की गई आला अजरत के कुल की रस्म, इस्लामिया से दरगाह तक रजवी सैलाब
बरेली, अमृत विचार। शुक्रवार को बरेली में सिर्फ रजवियों का हुजूम नजर आया। रजवी सैलाब सड़कों पर उतरा तो हर तरफ रजा के नारों की गूंज सुनाई दी। दरगाह आला हजरत से लेकर इस्लामिया के मैदान तक हर कोई रजा के रंग में रंगा नजर आया। लाखों की संख्या में लोग उर्स में शामिल हुए। …
बरेली, अमृत विचार। शुक्रवार को बरेली में सिर्फ रजवियों का हुजूम नजर आया। रजवी सैलाब सड़कों पर उतरा तो हर तरफ रजा के नारों की गूंज सुनाई दी। दरगाह आला हजरत से लेकर इस्लामिया के मैदान तक हर कोई रजा के रंग में रंगा नजर आया। लाखों की संख्या में लोग उर्स में शामिल हुए। जो लोग उर्स में शामिल नहीं हो पाए उन्होंने उर्स ऑनलाइन सुना। अमृत विचार की वेबसाइट व यूट्यूब चैनल पर भी भारी संख्या में लोगों ने लाइव ऑडियो प्रसारण सुना।

इस्लामिया मैदान में मुख्य कार्यकर्म सुबह 8 बजे शुरू हुआ। जिसमे देश दुनिया से आए उलेमा ने समाज और कौम के मौजूदा हालात को लेॅकर तकरीर की। दोपहर तक यह सिलसिला चलता रहा। ठीक 2 बजकर 38 मिनट पर कुल की रस्म अदा की गई। कुल के बाद देश दुनिया में अमन के साथ, बीमारों, गरीबों, बेरोजगारों के लिए दुआ की गई।

कुल की रस्म के दौरान पूरा शहर थम सा गया। जिसको जहां जगह मिली वहीं रुक कर कुल की फातिहा सुनी। इसके बाद तीन दिवसीय उर्स का समापन हो गया। मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी के बताया कि उर्स की सभी रस्मे दरगाह प्रमुख सुबहानी मियां व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की सदारत में अदा की गईं।
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