संभल : पीड़ित परिवार ने किया पलायन का फैसला, एसपी ने दिया न्याय का आश्वासन
संभल,अमृत विचार। कोतवाली क्षेत्र निवासी परिवार भाजपा नेता व उनके भाई की ज्यादती और कोतवाल तंग होकर पलायन करने को मजबूर है। पलायन करने वाले परिवार को पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली बुलाकर सच जानने का प्रयास किया। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच कोतवाली पुलिस से हटाकर क्राइम ब्रांच देकर जांच कर मुकदमे की धाराओं …
संभल,अमृत विचार। कोतवाली क्षेत्र निवासी परिवार भाजपा नेता व उनके भाई की ज्यादती और कोतवाल तंग होकर पलायन करने को मजबूर है। पलायन करने वाले परिवार को पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली बुलाकर सच जानने का प्रयास किया। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच कोतवाली पुलिस से हटाकर क्राइम ब्रांच देकर जांच कर मुकदमे की धाराओं हटाने के आश्वासन पर पलायन से रोक दिया।
दुर्गा कालोनी निवासी अंशुल शर्मा की पत्नी दीपा शर्मा भाजपा नेता राजेश सिंघल और उसके भाई व कोतवाली प्रभारी ओमकार सिंह की ज्यादती से तंग पलायन करने को मजबूर है। अपने मकान पर पलायन और मकान बेचने का पोस्टर लगा दिया। मामला बहजोई में बैठे पुलिस अधीक्षक तक बात पहुंची तो पुलिस अधीक्षक को अन्य लोगों और कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने मामले की जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने सीओ जितेंद्र सरगम को पलायन करने वाले परिवार से संपर्क कर कोतवाली बुलाने के लिए कहा और खुद भी कुछ ही देर कोतवाली पहुंच गए। जहां मौजूद अंशुल की पत्नी दीपा शर्मा से बात की तो दीपा शर्मा ने बताया की मेरे पति को मारपीट कर भाजपा नेता राजेश और उसके भाई ने कोतवाली प्रभारी से मिलकर जानलेवा हमला कर हत्या करने के प्रयास में झूठे मुकदमे में फंसा दिया है। पुलिस सच्चाई सुनने को तैयार नहीं है। ऐसे न्याय मिलने कोई उम्मीद नहीं दिखाई देती। ऐसे में पलायन के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा है।
इस पर पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच कोतवाली से हटाकर क्राइम ब्रांच को दे दी है। जांच करा के मुकदमे में लगे झूठे आरोप को हटाने का आश्वासन देकर परिवार के सदस्यों को पलायन करने से रोक लिया है। शहर में इस मामले को लेकर लोग की अलग अलग राय है।
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