कानपुर: थाने की दीवार है या ‘लापतागंज’, मिलने के बाद भी यहां गुमशुदा हैं लोग

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अभिषेक वर्मा, कानपुर। अर्पित पाल 13 दिनों से लापता हैं, मां रजनी देवी सोते-जागते सिर्फ उसका इंतेजार कर रही है। खाना-पीना छोड़ दिया है, आंखों में आस है कि जानें कब मेरा लाल मेरे सामने आएगा। वहीं, ग्वालटोली निवासी मोहम्मद गप्पू के दो छोटे बच्चे अपनी मां को देखने के लिए तड़प रहे हैं। पिता …

अभिषेक वर्मा, कानपुर। अर्पित पाल 13 दिनों से लापता हैं, मां रजनी देवी सोते-जागते सिर्फ उसका इंतेजार कर रही है। खाना-पीना छोड़ दिया है, आंखों में आस है कि जानें कब मेरा लाल मेरे सामने आएगा। वहीं, ग्वालटोली निवासी मोहम्मद गप्पू के दो छोटे बच्चे अपनी मां को देखने के लिए तड़प रहे हैं। पिता से एक ही सवाल कर रहे हैं कि मां कब आएगी। पुलिस की ओर से उसकी कोई खबर नहीं मिली है। पति भी अब थक गया है और लीगल एक्शन की ओर आगे बढ़ गया है। यह दो केस तो बानगी भर हैं, नजीराबाद थाना की बाहरी दीवार ऐसे ही तमाम किस्सों को समेटे हुए ‘लापतागंज’ बनी हुई है।

केस – 1
पनकी थानाक्षेत्र के गंगागंज निवासी राम सिंह ने बताया कि घर में पत्नी रजनी देवी और दो बेटे हैं। इंटर में पढ़ने वाले 17 वर्षीय बेटा अर्पित पाल 28 सितंबर को घर से अचानक गायब हो गया। जिसके बाद थाना पनकी में बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। 13 दिन हो गए लेकिन अभी बेटे का कोई पता नहीं चला है। परिवार में सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने भी कोई जानकारी नहीं दी है। नजीराबाद थाने के बाहर अर्पित पाल के गुमशुदगी का पोस्टर चस्पा हुआ है।

केस – 2
ग्वालटोली में रहने वाले मोहम्मद गप्पू की 28 वर्षीय पत्नी अंजुम 26 सितंबर से लापता है। गप्पू ने बताया कि उनके दो बच्चे 12 साल की लड़की सना और 5 साल का लड़का नदीम है। दोनों ही मां के इंतेजार में परेशान हैं। नदीम ने बताया कि पहले तो कुछ दिन पत्नी की तलाश की, सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। पुलिस की ओर से कोई सूचना नहीं मिली है। अब 15 दिन हो गए हैं जिसके बाद लीगल एक्शन के लिए हाईकोर्ट में शिकायत दर्ज की है। बच्चे छोटे-छोटे हैं जिनका जुड़ाव मां के प्रति रहता ही है। उन्होंने कहा कि अब हम कोई वास्ता नहीं रखना चाहते। फिलहाल पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट नजीराबाद थाने के बाहर चस्पा है।

थाने के बाहर सैकड़ों पोस्टर चस्पा
नजीरबाद थाने की बाहरी दीवार पर सिर्फ लापता के पोस्टर ही चस्पा हैं। दीवार पर करीब दो सौ पोस्टर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। सड़क से गुजरने वाले लोग आते-जाते दीवार को जरूर ताकने लग जाते हैं। दीवार पर नौबस्ता थाना, पनकी, गोविंद नगर, ग्वालटोली, सिविल लाइंस, बर्रा, बाबू पुरवा समेत कई थानाक्षेत्र से लापता लोगों के पोस्टर चस्पा हैं। जिसमें कई कई लोगों का महीनों बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है।

मिले पर दीवार पर आज भी लापता
नौबस्ता थानाक्षेत्र से 21 वर्षीय कालू नागर लापता थे लेकिन तीन दिन बाद उनका पता चल गया। लेकिन आज भी दीवार पर कालू नागर लापता हैं। कोतवाली थानाक्षेत्र से 26 वर्षीय अनन्य उपाध्याय लापता थे। पिता वीरेंद्र ने बताया कि वह दस दिनों बाद खुद घर आ गए। लेकिन अभी गुमशुदगी की सूचना नजीराबाद थाने के बाहर चस्पा है। इसी तरह 33 वर्षीय ज्योति निषाद 17 अगस्त को घर से लापता हुई थी। चार अक्टूबर को पता चला की वह अपने मायके आ गई हैं।

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