बरेली: कालाबाजारी पर रोक, रैक से सीधे विक्रेताओं को खाद की आपूर्ति
कार्रवाई के दौरान मिली थी अनियमितता, अब लाइसेंस निरस्त
जिले में आने कुछ दिनों में खाद का टोटा पड़ सकता है। किसानों द्वारा रबी की फसलों की बुवाई के चलते लगातार खाद की मांग बढ़ी है। ऐसे में विभाग खाद
बरेली, अमृत विचार। जिले में आने कुछ दिनों में खाद का टोटा पड़ सकता है। किसानों द्वारा रबी की फसलों की बुवाई के चलते लगातार खाद की मांग बढ़ी है। ऐसे में विभाग खाद की आपूर्ति करने में जुटा हुआ है। शुक्रवार को मैसर्स पारादीप फॉस्फेट्स लिमिटेड कंपनी की रैक से जिले को 745 मीट्रिक टन खाद की आपूर्ति हुई है।
ये भी पढ़ें- बरेली: हाई कोर्ट ने तीन महीने में लंबित मामले का निपटारा करने का दिया आदेश
विक्रेताओं द्वारा अनियमितता और धांधली की शिकायतें भी विभाग के पास लगातार पहुंच रहीं थीं। जिसके चलते बीते दिनों हुई कार्रवाई के दौरान अनियमितता मिलने पर शुक्रवार को श्यामगंज स्थित एक खाद विक्रेता लाइसेंस निरस्त किया गया जबकि नरियावल के विक्रेता को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि रैक से 445 मीट्रिक टन डीएपी एव 300 मीट्रिक टन एनपीके जनपद बरेली को प्राप्त हुआ है। जनपद के जिन विकास खंडों में डीएपी और एनपीके की मांग है। उनके विकास खंडों के रिटेलर्स को धीरे रैक से ही खाद की आपूर्ति कराई गई।
साथ ही प्रवर्तन दल के साथ रैक प्वाइंट पर पहुंचकर उर्वरक आपूर्ति की व्यवस्था की निगरानी की गई। इसके अलावा सभी विक्रेताओं को सचेत करते हुए निर्देशित किया गया कि जिन रिटेल डीलर्स के पास स्टाॅक उपलब्ध नहीं है और जिनकी पीओएस मशीन चालू हालत में है, उन्हीं फुटकर विक्रेताओं को इस उर्वरक की आपूर्ति की जाएगी।
इसके अलावा बीते दिनों में की गई प्रवर्तन की कार्रवाई में मिली कमियों के कारण अग्रवाल फर्टिलाइजर्स श्यामगंज बरेली उर्वरक लाइसेंस निरस्त किया गया। जबकि मैसर्स गुरु कृपा फर्टिलाइजर एंड पेस्टीसाइड्स नरियावल को कारण बताओ नोटिस जारी कर आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाया गया है।
ये भी पढ़ें- बरेली: रोजगार मेला में 30 ITI प्रशिक्षित युवाओं का किया गया चयन, करेंगे नौकरी
