सीतापुर : यूकेलिप्टिस के विवाद में दो भाईयों की हत्या

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
On

अमृत विचार, सीतापुर। रामकोट इलाके में  शुक्रवार को डबल मर्डर से हड़कंप मच गया। भाईयों ने अपने दो सगे भाईयों को मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि यूकेलिप्टिस के पेड़ के बंटवारे को लेकर सगे भाईयों में विवाद हुआ। जिसमें नाराज भाईयों ने अपने दो भाईयों को खेत में दौड़ा-दौड़ाकर धारदार हथियार से हमला कर मौत की नींद सुला दिया। घटना की जानकारी मिलने पर एसपी घुले सुशील चंद्रभान सहित भारी पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचा और घटनास्थल का जायजा लिया। आवश्यक कार्रवाई पूरी कर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। 

रामकोट इलाके के बीहट गौर निवासी मुनीष शुक्ला व मुनींद्र शुक्ला के खेत में यूकेलिप्टिस के पेड़ लगे हुये हैं। जिन्हें कटवाने के लिए आज दोनो भाई खेत आये थे। उसी दौरान बड़े भाई सुनील शुक्ला ने अपने पेड़ बताकर काटने का विरोध किया। ऐेेसे में भाईयों में विवाद होने लगा।

विवाद बढ़ा तो बड़े भाई सुनील ने अपने पुत्रों मोहन, दीपू और गोपाल के साथ मिलकर दोनो भाईयों पर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि दोनो भाईयों को खेत में दौड़ाकर धारदार हथियारों से हमला कर मौत के घाट उतार दिया गया। घटना को अंजाम देकर सभी आरोपी मौके से फरार हो गये। 

वहीं घटना की सूचना आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई, जिससे हड़कंप मच गया। जानकारी होने पर भारी पुलिस बल के साथ एएसपी उत्तरी डॉ राजीव दीक्षित मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लेकर मृतक के घरवालों से आवष्यक पूछताछ की और शवों का पंचनामा कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतकों और आरोपियों के भाई रामू ने बताया कि उसे भी खेत पर बुलाया गया था, अगर वह होता तो उसकी भी हत्या कर दी जाती। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाष में जुट गई है।

टॉप न्यूज

25 दिसंबर को लखनऊ में मोदी का मेगा शो: राष्ट्र प्रेरणा स्थल लोकार्पण पर जुटेंगे लाखों लोग, अटल जयंती बनेगी भव्य जनसंपर्क अभियान
मदरसा फर्जी नियुक्ति कांड: पुलिस दे रही आरोपियों की तलाश में दबिश, जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारी व कर्मचारी रडार पर
लखनऊ, कन्नौज, इटावा और वाराणसी में मिलिट्री स्कूल खोले जाने चाहिए : अखिलेश यादव
वाराणसी रेंज में पहली बार शुरू हुई व्हाट्सएप ‘बॉट’ सेवा, अब गुमनाम तरीके से दें अपराध की खबर
प्राप्त की गई डिग्री केवल शैक्षणिक उपलब्धि नहीं, बल्कि समाज के प्रति नैतिक दायित्व का प्रतीक है : केजीएमयू के 21वां दीक्षांत समारोह में बोलीं आनन्दी बेन पटेल