Workplace Killers: लोग अलग-अलग कारणों से अपने सहयोगियों को मारते हैं

Workplace Killers: लोग अलग-अलग कारणों से अपने सहयोगियों को मारते हैं

बर्मिंघम।  23 नवंबर को रात 10.12 बजे, वर्जीनिया के चेसापीक में वॉलमार्ट में रात में ड्यूटी करने वाली टीम के लीडर ने कर्मचारियों के लिए बने कमरे में अपने साथियों पर गोलियां चला दीं। 31 वर्षीय अपराधी ने खुद को मारने से पहले छह को मार डाला और कम से कम छह को घायल कर दिया। गोलीबारी का निशाना साथी कर्मचारी थे-किसी ग्राहक को निशाना नहीं बनाया गया था - लेकिन यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि क्या किसी खास व्यक्ति को मारने के लिए इस गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था।

 अमेरिका में 2022 में यह 606वीं बार हुआ जब गोलियां चलाकर कम से कम चार अन्य को मौत के घाट उतार दिया गया। कार्यस्थल सामूहिक गोलीबारी (डब्ल्यूएमएस) उन हमलावरों द्वारा की जाती है जो या तो घटना के समय वहां काम कर रहे होते हैं या उस संगठन में कभी पहले काम कर चुके होते हैं, जहां हमला होता है। वे सामूहिक गोलीबारी के उन अपराधियों से अलग होते हैं, जिनका कार्यस्थलों से कोई वास्ता नहीं होता या जहां अपराधी (असंतुष्ट) ग्राहक होते हैं। डब्ल्यूएमएस अमेरिका में लगभग सभी क्षेत्रों में हुआ है: वर्दीधारी सेवाएं, शराब बनाने की फैक्टरियां, निर्माण, वितरण, कार्यालय, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, शिक्षा और बिजली संयंत्र इससे कुछ अछूता नहीं है।

 सबसे कुख्यात रूप से, 1980 और 1990 के दशक में अमेरिकी डाक सेवा (यूएसपीएस) द्वारा संचालित स्थलों पर कई हमले हुए थे। यूएसपीएस कर्मचारियों द्वारा ‘‘कार्यस्थल गुस्से’’ की 20 से अधिक घटनाएं 1970 और 1997 के बीच हुईं, जिसके परिणामस्वरूप 60 से अधिक मौतें हुईं। सबसे घातक यूएसपीएस घटना 1986 में एडमंड, ओक्लाहोमा में हुई थी, जब एक असंतुष्ट यूएसपीएस कर्मचारी ने खुद को मारने से पहले 14 सहयोगियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 1990 और 2000 के दशक में अमेरिकी कार्यस्थल सुरक्षित हो गए - उस अवधि में कार्यस्थल पर हत्या की दर में 50 प्रतिशत की गिरावट आई। 

लेकिन सक्रिय पुलिसिंग उपायों, बेहतर कार्यस्थल सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल में सुधार के बावजूद कार्यस्थल पर बड़े पैमाने पर गोलीबारी की घटनाएं बढ़ रही हैं। 1986-2011 के दौरान कार्यस्थल पर हुई 44 गोलीबारी की घटनाओं के एक अध्ययन से पता चलता है कि इस तरह के हमले अक्सर अन्य सार्वजनिक सामूहिक गोलीबारी से भिन्न होते हैं। वे शायद ही कभी नस्लीय रूप से प्रेरित होते हैं, वे बदनामी की इच्छाओं से प्रेरित नहीं होते हैं और विश्वास या विचारधारा से भी शायद ही कभी संबद्ध होते हैं। 

कार्यस्थल के हमले मकसद में काफी एक जैसे होते हैं। उनमें ज्यादातर बदला लेने की भावना होती है और अक्सर हमलावरों की ‘‘संगठनात्मक न्याय’’ से वंचित होने और गलत व्यवहार किए जाने की धारणा से उत्पन्न होते हैं। आंकड़े बताते हैं कि आधे से अधिक यूएसपीएस कार्यस्थल पर साथ काम करने वाले कर्मचारियों द्वारा किए गए हैं, जिनमें से 25 प्रतिशत से कम हमलावर एक वर्ष से कम समय तक पद पर रहे हैं। लगभग 50 प्रतिशत मामलों में, हमलावरों ने नौकरी छोड़ दी लेकिन महीनों बाद ‘‘अपना हिसाब बराबर’’ करने के लिए वापस आए। 

व्यावसायिक परिसरों में कर्मचारियों के बजाय असंतुष्ट ग्राहकों द्वारा भी बड़े पैमाने पर गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। 2006 के बाद से अमेरिकी वाणिज्यिक स्थानों पर 25 बार सामूहिक गोलीबारी की घटना हुई, जो कर्मचारियों या पूर्व कर्मचारियों द्वारा नहीं की गई थी। यूएस ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स से पता चलता है कि अकेले 2018 में, 351 लोग कार्यस्थलों पर आग्नेयास्त्रों द्वारा मारे गए थे। 2000-13 के एफबीआई डेटा से पता चलता है कि अमेरिका में 45 प्रतिशत सामूहिक गोलीबारी वाणिज्यिक परिसरों में हुई।

 यह स्कूलों और शैक्षणिक परिसरों (24 प्रतिशत) की तुलना में लगभग दोगुना है। यह इन सार्वजनिक धारणाओं - शायद मीडिया कवरेज में पूर्वाग्रहों की वजह से - को गलत साबित करता है कि स्कूलों में होने वाली सामूहिक गोलीबारी की घटनाओं की संख्या इस तरह की घटनाओं में सबसे ज्यादा होती है। मदर जोन्स पत्रिका के 2006-22 के बीच के बड़े पैमाने पर गोलीबारी के आंकड़ों (सार्वजनिक स्थानों पर शूटर को छोड़कर कम से कम तीन मौतों के रूप में बड़े पैमाने पर शूटिंग को परिभाषित करते हुए) से पता चलता है कि 214 मौतों के साथ अमेरिका में 35 डब्ल्यूएमएस थे। यह समान अवधि में सभी सामूहिक गोलीबारी से हुई 802 मौतों का लगभग 26 प्रतिशत है। 

इसी अवधि में, स्कूल में गोलीबारी की 13 घटनाओं में 152 मौतें हुईं। कार्यस्थल पर बड़े पैमाने पर गोलीबारी की आवृत्ति कम होती है फिर भी इनका असर बहुत ज्यादा होता है जो दशकों तक कंपनियों और कर्मियों को परेशान करता है। जॉन फर्नेर, वॉलमार्ट यूएस के अध्यक्ष और सीईओ, ने कहा कि चेसापीक की शूटिंग ‘‘असाधारण रूप से दुखद थी क्योंकि हमलावर एक कर्मचारी था। हम इस तरह की त्रासदियों को व्यक्तिगत रूप से और गहराई से महसूस करते हैं। इससे… पूरे वॉलमार्ट परिवार का दिल टूट गया है।” 

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