लखनऊ: विभागीय समस्याओं को लेकर जल संस्थान कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार, SIT जांच की उठाई मांग

लखनऊ: विभागीय समस्याओं को लेकर जल संस्थान कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार, SIT जांच की उठाई मांग

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के ऐशबाग स्थित जलकल मुख्यालय में लखनऊ जल संस्थान कर्मचारी परिषद ने महा प्रबंधक कार्यालय के बाहर अपनी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। बुधवार को जल संस्थान कर्मचारी परिषद की अगुवाई में कर्मचारियों ने अनिश्चित कालीन धरना और प्रदर्शन करने का आगाज कर दिया है। इस प्रदर्शन में नियमित और आउटसोर्सिंग दोनों ही तरह के कर्मचारी शामिल हैं। 

बता दें कि कर्मचारी समस्याओं के निस्तारण को लेकर सालों से जलकल प्रशासन को मांग पत्र देकर वार्ता करते आ रहे हैं। लेकिन हर बार जलकल प्रशासन ने आश्वासन देकर एक भी मांगों पर अमल नहीं किया। जिसको लेकर जलकल कर्मचारी काफी आक्रोशित है और कार्य बहिष्कार कर जलकल मुख्यालय में धरना दे रहे हैं। 

जलकल कर्मचारियों ने कहा कि हमारी समस्याओं को शासन स्तर पर निस्तारित करने के लिए कई बार कहा जा चुका है लेकिन महा प्रबंधक के संवेदनहीन रवैये और तानाशाही के चलते हम जलकल मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन को मजबूर हैं। जलकल कर्मचारियों ने बताया कि हाल ही में 22 सेवानिवृत्ति कर्मचारियों को प्रशासन ने फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया है।

कर्मचारियों का कहना है कि अगर वह फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे थे तो उन्हें नौकरी कैसे करने दिया गया। इसीलिए हम जलकल के सभी कर्मचारी और पदाधिकारी चाहे वो आउटसोर्सिंग से ही क्यों न आया हो। उनके प्रमाण पत्रों की जांच को लेकर एसआईटी जांच की मांग करते हैं। 

बीते कई सालों से जलकल मुख्यालय कर्मचारियों के समस्याओं का एक अड्डा बन गया है। जहां आए दिन कर्मचारियों की समस्याएं बढ़ती जा रही है। लेकिन उन समस्याओं का निवारण करने वाला कोई नही है।

जिसके चलते जलकल मुख्यालय में धरना प्रदर्शन होते रहते है। इस मुद्दे पर लखनऊ जल संस्थान कर्मचारी परिषद के ज़ोन 7 के अध्यक्ष नितिन त्रिवेदी ने बताया कि कर्मचारी अपनी मूलभूत समस्यायों से जूझ रहा लेकिन जिम्मेदार के कान में जूं तक नहीं रेंगता। 

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