महंगाई, औद्योगिक उत्पादन और फेड के नतीजे तय करेंगे बाजार की चाल
मुंबई। कमजोर वैश्विक रुझान के बीच स्थानीय स्तर पर हुई मुनाफावसूली के दबाव में बीते सप्ताह एक प्रतिशत से अधिक गिरे घरेलू शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह खुदरा एवं थोक महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों के साथ ही अमेरिकी फेड रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा से तय होगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 686.83 अंक अर्थात 1.1 प्रतिशत लुढ़ककर सप्ताहांत पर 62181.67 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 199.5 अंक यानी 1.1 प्रतिशत टूटकर 18496.60 अंक पर आ गया।
इसी तरह समीक्षाधीन सप्ताह बीएसई का मिडकैप 226.09 अंक उतरकर सप्ताहांत पर 26095.56 अंक और स्मॉलकैप 353.17 अंक की गिरावट लेकर 29558.56 अंक पर रहा।
विश्लेषकों के अनुसार, अस्थिर वैश्विक संकेतों और आईटी शेयरों में बिकवाली से पिछले सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी में मुनाफावसूली हुई।
वैश्विक संकेतों के लिहाज से अगला सप्ताह बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है। अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े 13 दिसंबर को और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा के परिणाम आएंगे, जिसका असर बाजार पर देखा जा सकेगा।
घरेलू मोर्चे पर नवंबर का औद्योगिक उत्पादन और खुदरा महंगाई के आंकड़े 12 दिसंबर को जारी होंगे वहीं थोक मुद्रास्फीति के आंकड़े 14 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
अगले सप्ताह बाजार को दिशा देने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगा। इसके अलावा चीन से आने वाली खबरें, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और डॉलर सूचकांक अन्य महत्वपूर्ण कारक होंगे।
साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश प्रवाह पर भी बाजार की नजर रहेगी। एफआईआई पिछले एक सप्ताह से बिकवाली कर रहे हैं।
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